मुख्यमंत्री योगी के एक फैसले से बढ़ सकती हैं कई राज्यों की बेचैनी

लखनऊ – उत्तर प्रदेश में आ रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए मुख्यमंत्री योगी ने बड़ा ऐलान किया है। यूपी में कामगार/श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग की युद्धस्तर पर तैयारी शुरु कर दी है। इस आयोग के जरिए प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को उनकी योग्यता के मुताबिक उत्तर प्रदेश में ही काम उपलब्ध कराया जाएगा। अब तक योगी सरकार ने 14.75 लाख कामगारों व श्रमिकों की स्किल मैपिंग का काम पूरा कर लिया है, जबकि अब तक यूपी में करीब 25 लाख प्रवासी वापस आए हैं। जल्द ही बाकी प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंक का काम भी पूरा किया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने ये भी ऐलान कर दिया है कि अब भारत का कोई भी राज्य यूपी के श्रमिकों को तभी अपने प्रदेश में बुला सकेगा जब राज्य सरकार अनुमति देगी।
अब तक प्रदेश में वापस लौटे जिन प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग हो चुकी है उनमें सबसे बड़ी तादात रियल स्टेट डेवलेपर/वर्कर्स की है। इनकी संख्या 1,51, 492 है।

फर्नीचर एवं फीटिंग के 26989 टेक्निशियन, बिल्डिंग डेकोरेटर या पेंटर 26041, होम केयरटेकरों की संख्या 12633, ड्राइवर 10,000, आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स के 4680 टेक्कनिशियन, होम एप्लांयस 5884 टेक्न्नीशियन, आटोमोबाइल टेक्निशियन की संख्या 1558, पैरामेडिकल एवं फार्माक्यूटिकल 596, ड्रेस मेकर 12103, ब्यूटिशियन 1274, हैंडिक्राफ्ट एंड कारपेट्स मेकर 1294, सिक्योरिटी गार्डस – 3364 वापस लौटे हैं ।

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