व्यक्तिगत सुरक्षा बताकर आईएएस ने दिया इस्तीफा:फेसबुक अकाऊंट पर पोस्ट लिखकर दी थी जानकारी

*कर्फ्यू हटते ही आईएएस रानी नागर ने दिया इस्तीफा

*पिछले दिनों जान को बताया था खतरा, व्यक्तिगत सुरक्षा बताई इस्तीफे की वजह
*आईएएस 2014 बैच हरियाणा कैडर की अधिकारी हैं रानी नागर
*फेसबुक और ट्वीटर पर इस्तीफे की पोस्ट डालकर दी सूचना
*रानी नागर के खिलाफ है आईएएस की ताकतवर लॉबी
हरियाणा/रोहतक। पिछले काफी समय से विवादों में रही 2014 बैच की आईएएस रानी नागर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चंडीगढ़ में कर्फ्यू हटते ही हरियाणा कैडर की आईएएस रानी नागर ने हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा को इस्तीफा भेजा है।
अब लिखा मैं घर जाकर रहूंगी
अपने फेसबुक अकाऊंट पर पोस्ट लिखकर उन्होंने इसकी जानकारी दी है। रानी नागर ने लिखा है कि 4 मई को आईएएस के पद से मैंने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के साथ ही उन्होंने अपने घर गाजियाबाद लौटने के लिए पास का आवेदन भी कर दिया है। उन्होंने कहा है कि मैं व मेरी बहन रीमा नागर सरकार से अनुमति लेकर चंडीगढ़ से अपने पैतृक शहर गाजियाबाद वापस जा रहे हैं। हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।
बता दें कि 2014 बैच की आईएएस अधिकारी मूल रूप से उत्तर प्रदेश की निवासी हैं। गत 23 अप्रैल को अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट डाली थी, जिससे अफसरशाही में हलचल मच गई थी। वह दिसंबर 2019 से बहन के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-6 स्थित यूटी गेस्ट हाऊस के कमरा नंबर 311 में किराए पर रह रही हैं।
रानी ने 17 अप्रैल को अपने फेसबुक वॉल पर एक वीडियो भी शेयर किया था, जिसमें कहा था कि लॉकडाउन खुलने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दूंगी। उन्होंने व बहन रीमा नागर ने जान को खतरा बताते हुए लोगों से अपील की थी। रानी जून 2018 में पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव रहते तत्कालीन एसीएस सुनील गुलाटी पर उत्पीड़न के आरोप लगाकर सुर्खियों में आई थी।
उन्होंने सीएम व मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा था। रानी 14 नवंबर, 2018 से अतिरिक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व 7 मार्च से निदेशक अर्काइव का जिम्मा संभाल रही थीं।
गुलाटी के खिलाफ ताकतवर आईएएस लॉबी
आईएएस सुनील गुलाटी केंद्र में प्रतिनियुक्ति से हरियाणा लौटने के बाद खुड्डेलाइन पोस्टिंग पर ही रहे हैं। प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी, पशुपालन एवं डेयरी, मत्स्य पालन व हरियाणा मिनरल्स लिमिटेड विभाग ही उनके पास रहे।
आईएएस की ताकतवर लॉबी उनके खिलाफ है। वह सरकार को भी फूटी आंख नहीं सुहाते। गुलाटी वर्तमान में मुख्य सचिव के बाद सबसे वरिष्ठ आईएएस हैं लेकिन न तो उन्हें वित्तायुक्त लगाया गया, न ही अहम जिम्मेदारी सौंपी गई। मुख्य सचिव बनने की उनकी राह में भी रोड़े अटकाए जा रहे हैं।
विवादों से जुड़ा रहा है रानी नागर का कैरियर
रानी नागर ने पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव रहते हुए वर्ष 2018 में तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सुनील गुलाटी पर दुर्व्यवहार व उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। मामला सीएम तक पहुंचा था। गुलाटी आरोपों को नकार चुके हैं। उन्होंने सरकार को भी जवाब दे दिया था।
एक कैब ड्राइवर पर भी बदतमीजी का आरोप लगा चुकी हैं। डबवाली में एसडीएम रहते हुए भी अपनी जान को खतरा बताया था, इसकी डीजीपी को शिकायत भी दी थी। सुरक्षा न मिलने का मुद्दा भी रानी नागर उठा चुकी हैं।

– अनूप कुमार सैनी

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