देहरादून- उत्तराखंड जनपद देहरादून में यूकेडी द्वारा बेरोजगाराें पर लाठी चार्ज के विराेध में आज 2 केंद्रीय अध्यक्ष युवा उक्रन्द सुशील उनियाल के दिशानिर्देशनुसार युवा उक्रांद द्वारा दिल्ली में एसएससी स्कैम की जांच की मांग कर रहे देश के विभिन्न राज्यों से इकठ्ठे हुए हजारों युवाओं पर किये गए कायराना लाठीचार्ज तथा दिनांक 27 मार्च को देहरादून में बेरोजगारों द्वारा रोज़गार की मांग कर रहे युवाओं पर किये लाठीचार्ज के विरोध में युवा उक्रांद द्वारा प्रदेश व्यापी विरोध प्रदर्शन किया गया।
देहरादून में केंद्रीय महामंत्री युवा उक्रन्द सुशील कुमार के नेतृत्व में द्रोणा चोक पर केंद्र तथा राज्य सरकार का पुतला दहन कर विरोध दर्शाया गया। सुशील कुमार ने बताया कि केंद्र तथा राज्य सरकार की इस तरह की तानाशाही रूपी कार्यवाही से उत्तराखंड तथा अन्य राज्यो की युवाओं में आक्रोश है। सरकार द्वारा चुनाव से पहले युवाओं को लुभाने के लिए करोड़ों रोज़गार पैदा करने की बात कही गई थी। किंतु दुर्भग्य है कि आज युवा रोज़गार की बात करता है तो उसकी आवाज का दामन करने के लिये रोज़गार की जगह लाठी की भाषा सिखाई जाती है। केंद्र सरकार के लगभग 4 एवम राज्य सरकार का 1 वर्ष पूर्ण होने के बाद आज अराजकता तथा डर का माहौल है।भृस्टाचार एवम बेरोजगारी की समस्याएं चरम पर हैं।
प्रधानमंत्री युवाओं को देश की शक्ति तथा देश का भविष्य बताते है, लेकिन दुर्भाग्य देखिए देश का वही युवा ,देश का भविष्य दिल्ली तथा देहरादून पर अपने वर्तमान तथा भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सड़कों पर अपना लहू बहा रहा है। तंत्र की लाठी से उसे लहूलुहान किया जा रहा है।
रोज़गार तथा भृस्टाचार मुक्त देश तथा प्रदेश के निर्माण की बात करने वाली सरकारों के शासन में पेपर लीक हो रहें हैं, भ्रृष्टाचार चरम पर है। उत्तराखंड में अब एनएच 74 हो या मंडी परिषद में चल रही भ्रष्टाचार की दुकान किसी पर कोई कार्यवाही नही हुई।
युवा उक्रांद इस तरह की किसी भी तानाशाही तथा दमनकारी नीतियों का पुरजोर विरोध करता है तथा प्रदेश में व्याप्त बेरोजगार युवाओं , हजारों उपनल कर्मचारियों के साथ संघर्ष में संपूर्ण सामर्थ के साथ खड़ा है।
विरोध प्रदर्शन में प्रमोद डोभाल , मैदान सिंह, नानक सिंह, लताफत हुसैन, राजेन्द्र प्रधान,अर्जुन सिंह, मनोज कुमार , अशोक नेगी, सी पी जोशी ,रमा चौहान, दीपक कौशिक, धेर्मेन्द्र सिंह इत्यादि पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता शामिल हुए।
-पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट