शिक्षिका निवेदिता सिंह की हत्या का खुलासा:पति ने ही कराई थी हत्या,5 लाख में एक महिला को दी थी सुपारी

वाराणसी- आपको बता दे कि 12 अगस्त को निवेदिता सिंह पुत्री सुबोध ठाकुर पत्नी शैलेन्द्र सिंह निवासी नरोत्तमपुर थाना लंका वाराणसी की सर पर किसी घारदार हथियार से मारकर हत्या कर दिया गया था, अगले दिन घरवालो द्वारा फोन मिलाने पर जब फोन नही उठा तो शंका होने पर घर वालो के द्वारा दरवाजा तोड़कर देखा गया तो निवेदिता की लहूलूहान शरीर मृत अवस्था में कमरे के फर्श पर पडा हुआ था जिसके सम्बन्ध में थाना लंका पर मुकदमा पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही की जा रही थी । विवेचना क्रम में मृतका के अंतिम समय के फोन काल ने मामले की गुत्थी सुलझाने में मदद की व पता चला कि एक औरत मुह बाधे हुये दो लड़को के साथ में 10 अगस्त से ही निवेदिता का पीछा व उसके घर की रेकी कर रही थी। 10 अगस्त को मृतका व मुह बाधी हुयी औरत जो उसका पीछा कर रही थी उसका आमना सामना हुआ, तब मृतका द्वारा उसका मुह जबरजस्ती खुलवाने पर मृतका द्वारा उसकी पहचान कर ली गयी और वो उसकी पति शैलेन्द्र सिंह द्वारा दूसरी शादी जिस काजल नाम के लड़की से करके भिलाई में रह रहा था वो औरत काजल की दोस्त गीता राय थी। गीता की तलाश शुरू कर दी गयी सर्विलांस की मदद ली गयी, जिसके क्रम में आज नुआव चौराहे के पास से अभियुक्त शैलेन्द्र सिंह उसकी दूसरी पत्नी काजल व उसके सहयोगी हत्यारो को ले आने वाली गीता राय व दूसरा सहयोगी राजेश राय व हत्यारा शुभम सिंह को गिरफ्तारी किया गया।पूछताछ के दौरान शैलेन्द सिंह ने बताया कि मेरी शादी निवेदिता सिंह के साथ 2008 में हुई थी शादी के बाद हमारी एक बेटी पैदा हुई जो 15 दिन बाद मर गयी उसके बाद से हम पति पत्नी के बीच में लगातार विवाद चलता रहा उसके कुछ सालों बाद हमारी एक और लड़की फिर पैदा हुई जो अभी 8 साल की है, लेकिन दिव्यांग है। जिसकी वजह से अपनी पत्नी से खुश नहीं था और हमारा आपसी विवाद इस कदर पहुंच गया कि करीब 2 साल पहले मै अपनी पत्नी व बेटी को छोड़कर भिलाई चला गया, काजल जो मेरी पहली पत्नी की ही चचेरी बहन लगती है इसी बीच हमारी करीबी हुई और भिलाई में हमने शादी की जिससे हमारी एक बेटी पैदा हुई जो एक साल की है, इसी बीच मैने अपनी पहली पत्नी निवेदिता पर तलाक देने के लिए दबाव बनाता रहा ताकि मेरा उससे छुटकारा हो जाये पर वो तैयार नही हुई इसी बीच हमारे बीच कई मुकदमें न्यायालय में चले और न्यायालय द्वारा हर महीने भरण-पोषण के लिये मेरे कमाई का कुछ हिस्सा पहली पत्नी निवेदिता को देने का आदेश हुआ और मेरी पहली पत्नी निवेदिता नरोत्तमपुर में मेरे मकान में रहने लगी। इन सभी बातो से मैं बहुत परेशान हो गया था और अपनी पहली पत्नी से किसी भी तरह से छुटकारा चाहता था, तभी मेरी दुसरी पत्नी काजल ने बताया की उसकी एक दोस्त गीता राय है जो हमारी समस्या का समाधान करा सकती है। उसके बाद हमने गीता राय व उसके पति राजेश राय से मिलकर सारी बात बतायी। गीता ने बताया अगर निवेदिता को मार दिया जाय तो सारी समस्य़ा का समाधान अपने आप हो जायेगा । इस पर हम सब राजी हो गये । निवेदिता को मारने के लिए पांच लाख रूपये में गीता से सुपारी तय हुई गीता अपने एक पहचान वाले जय उर्फ बाबा की मदद से मदद से दो हत्यारो से सौदा तय की जिनका नाम शुभम व रोहित था, शुभम और रोहित को गीता अपने साथ लेकर 10 अगस्त को बनारस आयी व उनके साथ में निवेदिता का पीछा उसके विद्यालय व घर पर की ताकि मौका मिलते ही उसे मार दिया जाय। इसी क्रम में दूसरे दिन में उसके घर गीता उन हत्यारो के साथ निवेदिता को मारने के लिए गयी आस पास भीड़ होने के वजह से मौका नही मिला और निवेदिता व गीता का आमना सामना हो गया तत्पश्चात ये तय हुआ कि रात में घर में घुसकर निवेदिता की हत्या कर दी जायेगी। चूकि मेरे द्वारा पहले ही घर के नक्शे के बारे में गीता को समझा दिया गया था और यह बता दिया गया था छत से चढ़ कर सीढी वाला गेट का दरवाजा है, वही बगल के बगल में कई मुक्के है जिसमें हाथ डालकर खोला व बन्द किया जा सकता है, पहले से तय योजना के तहत आधी रात को गीता व दोनो ने निवेदिता के सर पर चापड़ व लोहे के राड से वार किया व हाथ काट दिया मृतका द्वारा चिल्लाने पर मुह पर तकिया रख कर पुनः वार किया और जान से मार दिया। फिर उसी रास्ते से छत पर आकर दरवाजे को पुनः बन्द करके गीता के साथ भाग गये। आज हम लोग तय पैसे का हिसाब करने व घर के कागजात व मुकदमो के कागजात को हासिल करने के लिए आये थे कि आप लोग द्वारा पकड़े गये।
पकड़े गये हत्यारे शुभम से कत्ल के बारे में पूछा गया तो बताया भागते समय नैपुरा पुलिया के बगल में झाड़ी में चापड़ व राड फेक दिया था। हत्यारे की निशानदेही पर आलाकत्ल बरामद किया गया। पकड़े गये अभियुक्तो को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
अभियुक्तो को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में लंका थाना प्रभारी निरीक्षक भारत भूषण तिवारी, ईश्वर दयाल दूबे चौकी प्रभारी संकटमोचन,शैलेन्द्र प्रताप सिंह चौकी प्रभारी रमना, प्रकाश सिंह चौकी प्रभारी चितईपुर, हे0का0 आदित्य राय, हे0का0 अमित राय, का0 भानू सिंह, का0 रितेश सिंह शामिल है।

रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय

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