वाराणसी/पिंडरा- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्थापित रूरल वीमेन टेक्नोलाॅजी पार्क, वाराणसी एवं साई इंस्टीट्रयूट आॅफ रूरल डेवलपमेंट वाराणसी, बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय वाराणसी एंव जिला उद्यान विभाग वाराणासी के सयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शुक्रवार को मंगारी में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तीन दिवसीय फल प्रंसंस्करण प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में प्रशिक्षक के रूप में राजकीय फल संरक्षण केन्द्र बी0एच0यू0 के प्रभारी वी0आर0 वर्मा ने कहाॅ कि भारत की जी0डी0पी0 में लघु उद्योग का स्थान अभी मात्र 7 प्रतिशत ही है। जबकी सेवा के क्षेत्र में 60 प्रतिशत से ज्यादा लोग लगे हुए है। अगर महिलाये फल संरक्षण के माध्यम से लघु उद्योग स्थापित करेंगी तो निश्चित ही इस क्षेत्र में महिलाए आत्मनिर्भर बन सकती है।
राजकीय फल संरक्षण केन्द्र वाराणसी के प्रधानाचार्य बी0 गौतम एंव राजकीय फल संरक्षण केन्द्र वाराणासी के नागेन्द्र सिंह द्वारा महिलाओं को फल संरक्षण कर उत्पाद बनाने के बारे में बताया गया और उन्हें उद्यमी बनने के लिए मुख्य बातो से अवगत कराया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सफल पूर्वक प्रशिक्षण लेने वाली एंव खुद की ब्यवसाय लेने वाली महिलाओं को सरकार की तरफ से एक लाख रूपया तक अनुदान राशि दी जायेगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओं को संतरे का स्कैवेश, गुलाब शर्बत एंव सेव जैम बनाना बताया गया और उसके संरक्षण के बारे में जानकारी दिया गया ।
इस कार्यक्रम मे कुल 40 महिलाओ को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र वितरीत किया गया ।
इस कार्यक्रम के सफल पूर्वक समापन पर साई इंस्टीट्रयूट आॅफ रूरल डेवलपमेंट के निदेशक एंव रूरल वीमेन टेक्नोलाॅजी पार्क बसनी के संचालक अजय सिंह द्वारा महिलाओ को अपना स्वंय का ब्यवसाय शुरू कर आत्म निर्भर बनने के लिए शुभकामनाए दी।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम मे ग्राम प्रधान नंदलाल जायसवाल , संस्था के अध्यक्ष जवाहर लाल दुबे,रूरल विमेन टेक्नोलाॅजी पार्क बसनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सत्यप्रकाश देव पाण्डेय, मनोज कुमार शर्मा ,रजनी पाण्डेय एंव राजेश, एंव दलित वंचित व बाल अधिकार के प्रति समर्पित समाजसेवी स्वामी अरविंद ,अभिषेक तिवारी के साथ अन्य लोग उपस्थित रहें।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय नेशनल हेड(AV News)