देहरादून/उत्तराखंड- देहरादून के गढ़ी कैंट में शुक्रवार की सुबह करीब पांच बजे प्रशासन की लापरवाही से 115 साल पुल ढहने से बड़ा हादसा हो गया। मलबे में दबकर दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए। बता दें कि पुल का पुनर्निर्माण होना था मगर लापरवाही प्रशासन की रही कि इतने पुराने पुल पर आवाजाही को नहीं रोका गया। वहीं, मलबे में कई वाहन दबे होने की आशंका है।
जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह कंट्रोल रूम के माध्यम से करीब 5.30 बजे थाना कैंट पर सूचना मिली कि कैंट क्षेत्रान्तर्गत वीरपुर में लोहे का पुल गिर गया है। इसके बाद थाना कैंट से तत्काल पुलिस बल मय रेस्क्यु उपकरणों के मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों व आर्मी के जवानों की सहायता से 100 फ़ीट गहरी खाई से तीन लोगों को रेसक्यू कर सिनर्जी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसमें मौके पर मोटर साइकिल सवार प्रेम थापा (40) पुत्र तारा थापा निवासी डागरा देहरादून की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, उपचार के दौरान मोटर साइकिल धन बहादुर थापा (54 वर्ष) पुत्र आरएस थापा निवासी वीरपुर देहरादून की मौत हो गयी। घायल शाहरूख (24 वर्ष) पुत्र शगीर हसन निवासी ढकरानी व जुल्फकार (20 वर्ष) पुत्र शमीर हसन निवासी ढकरानी देहरादून जो कि डंपर में सवार थे, का सिनर्जी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
मृतक प्रेम थापा पेशे हलवाई था। उसकी वीरपुर में मिठाई की दुकान है, वहीं मृतक धन बहादुर थाना एक्स आर्मी के जवान थे। वह पुलिस लाइन देहरादून की परिवहन शाखा में संविदा में कार्यरत थे। दोनों मृतको का शव कोरोनेशन अस्पताल में मॉर्चरी में रखा गया है। परिवार वालो को जानकारी दे दी गई है। बताया जा रहा है कि पुल का पुनर्निर्माण होना था मगर लापरवाही प्रशासन की रही कि इतने पुराने पुल पर आवाजाही को नहीं रोका गया। कई बार स्थानीय लोगों ने यहां भारी वाहनों की आवाजाही रोकने की बात की, लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया गया। एसडीम सदर प्रत्यूष कुमार का कहना है कि हादसे की जांच की जाएगी। इस संबंध में जिलाधिकारी को अवगत करा दिया गया है।
– सुनील चौधरी ,देहरादून