एसडीएम ने शिक्षकों का वेतन रोकनें के लिए डीएम और बीएसए को लिखा पत्र

आजमगढ़- तहसील क्षेत्र के प्रसिद्ध गाँव मेजवा जो कि फ़िल्म अभिनेत्री शबाना आजमी के पैतृक गांव है वहां के प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षा मित्र सहित तीन अध्यापकों के वेतन रोकने के लिए उपजिलाधिकारी फुलपुर ललित कुमार ने जिलाधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा। एसडीएम के निरीक्षण के दौरान पाया गया की अध्यापकों द्वारा विद्यालय में कर्मचारी उपस्थिति पंजिका में 23 अक्टूबर से कोरम पूरा नही किया गया था। साथ ही बच्चों के उपस्थित रजिस्टर पर चार सप्ताह से हाजिरी नही दर्ज की गयी थी । गौरतलब है की एसडीएम को शिकायत मिली थी की यहाँ के सहायक अध्यापक बीरसेन द्वारा एक कक्ष में सभी बच्चों को इकठ्ठा करके डीजे पर फूहड़ गीत काफी तेजी से बजवाया जाता है और कक्षा का माहौल अत्यंत खरांब रहता है । गीत संगीत की आड़ में अश्लीलता का प्रयोग विद्यालय में किया जा रहा था। जब की अध्यापक वीरसेन के खिलाफ पूर्व में भी अश्लील हरकत करने व छेड़ छाड़ की शिकायत मिल चुकी है। इस संम्बंध में उपजिलाधिकारी फुलपुर ललित कुमार द्वारा शनिवार को आकस्मिक निरीक्षण में प्राथमिक विद्यालय पहुँचे। जहाँ चार अध्यापक और एक शिक्षा मित्र की नियुक्ति है। जिसमे तीन पुरुष और एक महिला है । जिसमे विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र यादव,सहायक अध्यापक अनवार अहमद,शिक्षा मित्र शाह आलम,विद्यालय पठन पाठन के समय उपस्थित नही थे ना उपस्थित अध्यापक बीरसेन द्वारा अध्यापकों की उपस्थित के सम्बन्ध में कोई सन्तोष जनक उत्तर दिया गया। उक्त अध्यापक विद्यालय का अध्यापन कार्य ना करके किसी अन्य कार्य में लिप्त थे। उक्त अध्यापक सुरेन्द यादव,अनवार अहमद व शिक्षा मित्र साह आलम 27 अक्टूबर से वेतन काटे जाने की ससुति की है।साथ ही विद्यालय में एक से लेकर पाँच तक के छात्र पंजिका देखी गयी जिसमे तमाम त्रुटियां प्राप्त हुई, उपस्थित रजिस्टर में उपस्थित छात्र छात्राओं का विवरण नही था व चार हफ़्ते से एक कक्षा में छात्रों की उपस्थिति दर्ज नही थी। प्रमाणित हुआ की एक मात्र उपस्थित अध्यापक बीरसेन द्वारा डीजे लगाकर फूहड़ गीत चलवाया जा रहा था सहायक अध्यापक द्वारा अनाधिकृत रूप से बाहर से एक लड़की और एक महिला को बुलाकर डान्स आदि कराया जा रहा था जो की अत्यंत आपत्ति जनक है । बीरसेन अध्यापक का यह कार्य अच्छा ना होने से इसे उचित नही कहा जा सकता। मिड डे मील का रजिस्टर मागने पर उपस्थित अध्यापक द्वारा नही दिखाया गया जिससे उसमे भी घपले घोटाले की शंका से इनकार नही किया जा सकता। बच्चों के खेल का सामान भी कमरे में बन्द पाया गया। शौचालय में ताला बंद था जांच के दौरान यह अस्पष्ट प्रतीक होता है कि खण्डशिक्षा अधिकारी द्वारा विद्यालयो का निरीक्षण भी नही किया जाता। जिसमे प्राथमिक विद्यालय मेजवां की स्थिति अत्यंत दयनीय है। विद्यालय के अध्यापकों के विरुद्ध उचित कार्यवाही सहित अन्यत्र स्थान्तरण किया जाना आवश्यक है और खण्ड शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध कॉय्वार्ही के लिए सेवा में प्रेषित है। एसडीएम के आकस्मिक निरीक्षण से इस बात की सत्यता प्रतीक हुई की प्राथमिक बिद्यालयो में नियुक्त अध्यापक अपने कार्य कर्तव्यों का निर्वहन किस प्रकार कर रहे है । जब प्राथमिक बिद्यालय मेजवा की ये स्थित है तो बाकी ब्लाक क्षेत्र के अन्य विद्यालय की स्थित क्या होगी।जब की इंकलाबी शायर कैफी आजमी व पूर्व राज्य सभा सांसद व सिने तरिका शबाना आजमी के पैतृक गाँव मेजवा में जिलाधिकारी से लेकर अन्य अधिकारियों व वीआईपी लोगों का प्राय: आगमन होता रहता है।

रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़

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