लखनऊ – राजधानी में 5 सितम्बर को वित्तविहीन शिक्षकों ने जीपीओ पर प्रदर्शन किया साथ ही मुंडन करवाकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया । इसी कड़ी में वित्तविहीन शिक्षक महासभा ने शिक्षको का मानदेय बंद करने के विरोध में लखनऊ के हजरतगंज के जीपीओ में बुधवार को अपनी नौ सूत्री मांगो को लेकर प्रदर्शन किया ।
जानकारी के अनुसार शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी ने कहा की शिक्षक जो समाज को आइना दिखाता है और ईमानदारी का पाठ पढ़ाता है उसका आज मानदेय यह कह कर योगी सरकार ने बंद कर दिया कि यह शिक्षकों को एक प्रकार से दिया जाने वाला भीख था । मानदेय बंद होने से लाखो शिक्षकों और उनके परिवार के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है । उनके लिए योगी सरकार क्या कर रही है । साथ ही आज सैकड़ों की तादाद में शिक्षकों और कटोरा लेकर सरकार से भीख मांगने की बात कही । जिस पर पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर इको गार्डन पहुंचाया । उन्होंने बताया कि महासभा अपनी नौ सूत्री मांग वित्तविहीन शिक्षकों और कर्मचारियों को समान कार्य समान वेतन, सहायता प्राप्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को विनियमित किया जाए, शिक्षकों एवं कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना बहाल हो, 135 विद्यालयों को अनुदान पर लिया जाए, वित्तविहीन विद्यालय में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी को बीमा एवं ईपीएफ देने के साथ दुर्घटना में शिक्षकों की मृत्यु होने पर 20 लाख रूपये दिया जाये को लेकर धरना दे रही है ।
वहीं पुलिस ने जब सभी शिक्षकों को हिरासत में लेकर इको गार्डन पहुंचाया जा रहा था तभी सभी शिक्षकों ने विरोध जताते हए योगी सरकार मुर्दाबाद और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे बाजी भी की है । वहीं देवरिया से आये हुए एक विद्यालय के प्रधानाचार्य उपेंद्र कुशवाहा ने भी सरकार के खिलाफ विरोध जताते हुए अपनी मांगों को लेकर मुर्दाबाद के नारेबाजी की साथ ही कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं पूरी होती हैं तो वो सभी आगे इससे बड़ा प्रदर्शन करेंगे ।