बरेली। गर्मी से मरीज बेहाल हुए तो जिला अस्पताल प्रशासन ने पर्चा काउंटर के बाहर टेंट लगाने की सुध ली मगर लैब के बाहर मरीजों को धूप से बचाने के लिए फिर भी इंतजाम नही किए गए। ओपीडी में मरीजों की भीड़ रही। बुजुर्ग मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कत हुई। दरअसल, पर्चा काउंटर पर मरीजों की भीड़ रहती है। कई बार मरीजों की लाइन परिसर से बाहर पहुंच जाती है। गर्मी और धूप की वजह से मरीजों को दिक्कत होती है। इसे ध्यान में रखते हुए सोमवार को पर्चा काउंटर के बाहर टेंट लगवाया गया, ताकि मरीजों को राहत मिल सके, लेकिन अन्य विभागों में लाइन में लगे मरीज गर्मी से बेहाल नजर आए। अस्पताल मे 1432 नए मरीजों का पंजीकरण हुआ। वहीं इससे अधिक पुराने रोगी भी इलाज के लिए पहुंचे। फिजिशियन डॉ वैभव के अनुसार ओपीडी के साथ ही इमरजेंसी में भी आने वाले अधिकांश मरीज तेज बुखार, उल्टी, दस्त, डिहाइड्रेशन, डायरिया की चपेट मे मिल रहे हैं। जिन्हें परामर्श दिया गया। वहीं भले ही अस्पताल प्रशासन ने पर्चा काउंटर पर मरीजों को गर्मी से राहत दिलाने के लिए टेंट लगवा दिया हो लेकिन पैथोलॉजी लैब के अंदर और बाहर गर्मी से निपटने के इंतजाम नाकाफी थे। वही सीएमओ कार्यालय में सोमवार को आयोजित दिव्यांगजन शिविर में अव्यवस्थाएं हावी रहीं। इसकी वजह से दिव्यांगों को परेशानी हुई। चलने फिरने में अक्षम दिव्यांगजनों की राहत के लिए जो दो व्हीलचेयर रखवाई गई थी, वो भी ढूंढने पर भी दिव्यांगों को नहीं मिली। सीएमओ कार्यालय मे जिस स्थान पर दिव्यांगजन कार्यालय संचालित हो रहा है, वह परिसर संकरा है। तेज धूप में टीनशेड के नीचे दिव्यांगों को दिक्कत हो रही है। सोमवार को विभाग ने यहां दो वाटर कूलर रखवा दिए, ताकि पानी के लिए दिव्यांगों को भटकना न पड़े।।
बरेली से कपिल यादव