फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। थाना फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के एक युवक की पत्नी की नार्मल डिलीवरी कराने के नाम पर डॉक्टर ने छह घंटे तक उसे गुमराह रखा। बाद मे केस खराब होने पर महिला को दूसरे हॉस्पिटल मे भेज दिया जहां बच्चा सिरियस पैदा हुआ। नवजात को दो दिन तक वेंटिलेटर मे रखा गया। लेकिन उसकी जान नही बच सकी। बुधवार को युवक ने आरोपी झोलाछाप डॉक्टर की शिकायत सीएमओ से की है। थाना फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के कुम्हारो वाला चौक निवासी सूरज पुत्र प्रताप सिंह ने बताया उसकी पत्नी राखी गर्भवती थी। उसने अपनी पत्नी को छह अगस्त की रात को प्रसव पीड़ा होने पर रेलवे स्टेशन फतेहगंज पश्चिमी के पास अस्पताल ले गया। वहां के डॉक्टर ने देखकर कहा कि तुम अपनी पत्नी को सुबह छह बजे लेकर आना मै नार्मल डिलीवरी कर दूंगा। तब वह अपनी पत्नी राखी को लेकर सुबह छह बजे अस्पताल पहुंचा और डॉक्टर ने अपने अस्पताल मे भर्ती कर लिया। बच्चे को कई बार जबरदस्ती पैदा करने की कोशिश की और गलत इंजेक्शन लगा दिये। उसने डॉक्टर से कहा कि मेरी पत्नी को रेफर कर दो वह अपनी पत्नी राखी को दूसरे अस्पताल मे दिखा देगा। लेकिन डॉक्टर ने उसकी एक न सुनी और कहा कि मैं तुम्हारी बीबी की कोई पहली डिलीवरी नही कर रहा हूं। इससे पहले भी मैने कई सारी डिलीवरी की है। जो मुझसे तुम अपनी पत्नी को रेफर कराने के लिए कह रहे हो। कुछ समय बाद उसकी पत्नी राखी की हालत बहुत ज्यादा बिगड़ने लगी तब डॉक्टर ने उसे दूसरे अस्पताल मे रेफर कर दिया। डॉक्टर ने उसकी पत्नी का ऑपरेशन कर दिया। उसकी पत्नी ने जिस बच्चे को जन्म दिया बहुत कमजोर था। डॉक्टर ने तुरंत ऑक्सीजन लगाकर बच्चों को बरेली एक निजी अस्पताल मे भेज दिया। जहां दो दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद बच्चे की मौत हो गई। इस दौरान उसे पता लगा कि जहां पर उसने पहले अपनी पत्नी को दिखाया था। उस डॉक्टर की लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है। पीड़ित ने थाने मे आरोपी डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी। तो पता चला इस नाम का कोई हॉस्पिटल ही नही है। बुधवार को सूरज ने सीएमओ को ज्ञापन देकर आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।।
बरेली से कपिल यादव