बदायूँ – केंद्र में बैठी मोदी सरकार हो या यूपी बैठी योगी सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने के चाहे कितने भी लाख दावे कर रही हो लेकिन जो ज़मीनी हालात कुछ और ही है । जहां स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत लगभग 150 कर्मचारियों का वेतन लगभग 11 माह से न मिलने पर सभी कर्मचारी भुखमरी के कगार पर है । जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर डीएम , व सीएमओ व अन्य उच्च आलाधिकारियों से की गई । लेकिन इनको सिवाय आश्वासन के कुछ नही मिला ।
जानकारी के अनुसार मामला बदायूँ जिले का है जहां आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को NGO अविनि परिधि द्वारा 150 कर्मचारियों को रखा गया था , जिनका वेतन लगभग 11 माह से नही दिया गया । जिसमें कार्यालय के बाबू पैसे के लिए कर्मचारियों का शोषण कर रहे है । इतना ही नही जब कर्मचारियों से पूछा गया तो उन्होंने यह भी बताया कि ये हाल पूरे उत्तर प्रदेश का है । अब ऐसे में कहना बिल्कुल गलत नही होगा जब सरकारी संस्था में काम करने वाले कर्मचारियों का वेतमान सरकार नही दे पा रही है तो ऐसे में स्वच्छ शासन चालने का सपना जनता को भले ही दिखा रही हो । लेकिन जो ज़मीनी हालात है , वो बद्द से बत्तर है ।
आपको बता दे अपनी समस्या को लेकर सभी कर्मचारी एडीएम बदायूँ के पास पहुचे थे । उन्होंने इसके लिए सीएमओ को लिख दिया । लेकिन इसकी शिकायत तो शासन तक जा चुकी है । फिर भी इसका समाधान नही हुआ । कर्मचारियों की माने तो उनके पास अब अपनी ड्यूटी करने तक के पैसे नही है । और वे अपने बच्चो की फीस व परिवार का पालन पोषण करने में असमर्थ है । सभी कर्मचारियों का कहना है । कि अगर हमारी समस्या का समाधान नही हुआ तो हम सभी लोग लखनऊ जाकर भूख हडताल करेंगे ।