पूर्णिया/बिहार- जिस देश में शिक्षा , स्वास्थ्य, बेरोजगारी, यातायात की स्थिति खराब हो चुकी है और लगातार होती ही जा रही है, जिस देश मे एक तिहाई से ज्यादा लोग गरीबी रेखा के नीचे जी रहे है।
जिस देश मे हजारो गांव के लोग बिना बिजली , पानी के जी रहे है। उस देश मे हम विकास, बुलेट ट्रेन की बात करते है। जहाँ आज भी लोग ट्रेन के जनरल डिब्बे में जानवरों की तरह भर भर कर सफर करने को मजबूर है। उस देश मे हम 4G और 5G की बात करते है। देश कितना भी डिजिटल हो जाय, रोटी हम गूगल से डॉउनलोड नही कर सकते। आज नई बीजेपी सरकार को देश के सत्ता में आई लगभग 4 साल हो गए ।पर क्या बदल गया। कौंन सी चीज बदल गई देश ,कभी उन गरीबो के घर भी झाँक कर देखे जो दो वक्त की रोटी भी ठीक से जुगाड़ नही कर पाते है। जिसके बच्चे दिनभर सड़क पर घूमतेऔर कचरा बीनते नजर आते है।
सरकारी स्कूल की शिक्षा ऐसी है कि जहाँ के शिक्षक को अपने देश के राष्ट्रपति ,राज्यपाल के नाम तक नही पता होता है। जहाँ के अधिकारी बिना घूस लिए काम ही नही करते है। नेता जी बस इलेक्शन के समय ही नजर आते है। उसके बाद तो led लाइट से भी ढूढ़ने से नही मिलते। सरकारी अस्पतालों में न तो डॉक्टर मिलते है और न दवाइयां जांच की तो बात ही छोड़ दीजिए। निजी अस्पताल में इलाज करवाना सबके बस की बात तो है नही। पर गरीब करे तो क्या करे, अपनी ज़मीन, घर बेचकर लोग इलाज करवाते है । और ये डॉक्टर जिनको न तो गरीब दिखता है और न ही गरीबी और उस मरीज से कंसलटेंट चार्ज
500 से 800 तक वसूल रहे है । और दवाई के दाम भी कौन सी GST आने के बाद घट गए , बस यूं कहो तो लूट मची है देश मे जिसको देखो लूटने में लगे पड़े है । कोई शिक्षा के नाम पर तो कोई स्वास्थ्य के नाम पर कोई रोजगार के नाम पर तो कोई पुलिस के नाम पर कोई घर के नाम तो कोई जमीन के नाम पर ड्राइविंग लाइसेंस बनाना है तो घूस, रेल में कन्फर्म टिकट चाहिए तो घूस, बच्चों को अच्छे कॉलेज स्कूल में एडमिशन करना है तो घूस, पहले ये भ्रस्टाचार को रोकना पड़ेगा । गरीबो को उनको अपना अधिकार दिलाना होगा , गरीबी रेखा से ऊपर उठाना पड़ेगा। शिक्षा ,स्वास्थ्य, यातायात , घर, पानी दवाई की सही व्यवस्था करनी पड़ेगी ।देश का खुद व खुद विकास हो जाएगा।
-शिव शंकर सिंह,पूर्णिया/ बिहार