राजस्थान/ जयपुर – राजस्थान में भाजपा के चुनाव अभियान की शुरुआत के एक महीने बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज शनिवार को जयपुर पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस के चुनाव अभियान की शुरुआत 13 किलोमीटर लंबा रोड शो निकाल कर की। रैली में राहुल ने बेरोजगारी, किसान आत्महत्या, राफेल सौदे और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 56 इंच सीने वाले प्रधानमंत्री राफेल सौदे पर मेरे सवालों का एक मिनट भी जवाब नहीं दे पाए। रैली के बाद राहुल गांधी ने जयपुर के गोविंद देव मंदिर में दर्शन भी किए।
राहुल ने कहा, ”मोदीजी ने कहा था कि दो करोड़ युवाओं को हर साल रोजगार दूंगा। किसानों को फसल का सही दाम मिलेगा। महिलाओं की रक्षा होगी। बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ का नारा दिया। देशभर में दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। छत्तीसगढ़ में बच्ची के साथ रेप हुआ।”
*7 दिन पुरानी कंपनी को राफेल कॉन्ट्रैक्ट दे दिया*
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नहीं चौकीदार बनना चाहता हूं। भ्रष्टाचार से लड़ूंगा। मोदीजी ने राफेल का कॉन्ट्रैक्ट कारोबारी दोस्त अनिल अंबानी की सात दिन पुरानी कंपनी को दे दिया। देश में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड 70 साल से विमान बना रही है। पर प्रधानमंत्री सीधे फ्रांस गए, उनके साथ अनिल अंबानी भी गए थे। उनके ऊपर 43 हजार करोड़ कर्ज है। उन्होंने जीवन में एक भी हवाई जहाज नहीं बनाया। 540 करोड़ का एक विमान 1600 करोड़ में रुपए में खरीदा। जब कॉन्ट्रैक्ट बदलने वाली बात पूछता हूं तो मोदीजी कभी आंख में आंख डालकर बात नहीं करते। उन्होंने राफेल में चोरी की, सबकुछ एक दिन सामने आएगा।”
*काम नहीं मिलेगा क्योंकि आप अंबानी नहीं*
राहुल ने कहा, ”मोदीजी कहते थे कि हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार दूंगा। चार सालों में मोदी ने एक के बाद एक झूठ बोला। सरकार एक दिन में सिर्फ 450 युवाओं को रोजगार दे पाई। पढ़ाई में मेहनत करने पर भी आपको रोजगार नहीं मिल सकता क्योंकि आपका नाम अंबानी नहीं। सरकार ने सिर्फ 15-20 उद्योगपतियों का 2 लाख 20 हजार करोड़ कर्ज माफ किया। मैं एक बार मोदीजी के ऑफिस गया। उनसे किसानों का कर्ज माफ करने के लिए कहा। वे लाखों रुपए का कुर्ता पहने हुए थे। राफेल की तरह उस दिन भी एक शब्द नहीं बोले। नोटबंदी कर छोटे कारोबारियों को पहली कुल्हाड़ी मारी। फिर बड़े कारोबारियों और अमेजन की मदद करने के लिए गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) ले आए।”