सोनभद्र-भारतीय जनता पार्टी के सांसद व गृहमंत्री राजनाथ सिंह के करीबी व गृह संसदीय क्षेत्र के सांसद छोटेलाल खरवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रवैये के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपना दर्द बयान किया है। खरवार की चिट्ठी में यूपी प्रशासन द्वारा उनके घर पर जबरन कब्जे और उसे जंगल की मान्यता देने की शिकायत की गई है।
मोदी को लिखे पत्र में बीजेपी सांसद ने कहा है कि जिले के आला अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। मामले में बीजेपी सांसद ने दो बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की, लेकिन सीएम ने उन्हें डांटकर भगा दिया। जमीन पर कब्जे को लेकर बीजेपी सांसद ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है। सांसद ने पीएम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र पांडेय और संगठन मंत्री सुनील बंसल की शिकायत की है।
इससे पहले लखनऊ में निर्दलीय विधायक अमनमणि पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगा था। इसके बाद दूसरा मामला रॉबर्ट्सगंज से बीजेपी सांसद छोटेलाल खरवार की जमीन है।
छोटेलाल की दो शिकायत
छोटेलाल ने पीएम को लिखी चिट्ठी में दो शिकायतें की है। पहली शिकायत में कहा है कि प्रदेश में जब अखिलेश सरकार थी, उस समय 2015 में नौगढ़ वन क्षेत्र में अवैध कब्जे की शिकायत मुख्यमंत्री समेत कई लोगों से की, लेकिन कार्रवाई की बजाय अधिकारियों ने मेरे घर को ही वन क्षेत्र में डाल दिया। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के आदेश पर दोबारा पैमाईश में सच सामने आया कि मेरा घर वन क्षेत्र में नहीं है।
दूसरा मामला
दूसरा मामला प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद का है। सांसद ने कहा कि अक्टूबर 2017 में मेरे भाई (क्षेत्र पंचायत नौगढ़ का प्रमुख) के खिलाफ सपा की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इसके बाद वोटिंग के दौरान असलहों से लैस अपराधी तत्व के लोगों ने मेरी कनपटी पर रिवॉल्वर तान दी, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर धमकी और दी गाली दी, उस समय अधिकारी भी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किया। इस मामले में पार्टी के लोग और पुलिस अधिकारी भी शामिल थे।
छोटेलाल खरवार ने लगाया आरोप
दलित सांसद ने कहा कि मैं पार्टी से नाराज हूं। प्रधानमंत्री को लिखकर दिया है, क्योंकि मेरे खिलाफ साजिश की गई है। सपा-बसपा के साथ-साथ बीजेपी के लोगों ने मिलकर मेरे भाई को ब्लॉक प्रमुख के पद से हटवाया है, हमारे ऊपर हमले हुए हैं।
रिपोर्ट-:सर्वदानन्द तिवारी सोनभद्र