शाहजहांपुर- उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ रेप और छेड़छाड़ की घटनाएं रुकने का नाम नही ले रही है। ऐसा ही एक वीडियो कुछ दिन पूर्व सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें कुछ लड़के एक नाबालिग लड़की के साथ सरेआम अभद्र व्यवहार कर रहे थे वीडियो में लड़का नाबालिग लड़की को सरेआम धमकी दे रहा था और कह रहा था कि वो नाबालिग लड़की को कॉलेज गेट तक नही आने देगा वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी युवक को जेल भेज दिया था लेकिन आज साध्वी प्राची शहीदों की नगरी शाहजहांपुर आयी और साध्वी प्राची ने पीड़ित छात्रा के घर पहुंची और पीड़ित छात्रा की आपबीती सुनी उसके बाद साध्वी प्राची ने पुलिस अधीक्षक डॉ एस चिनप्पा से मुलाकात की और पुलिस अधीक्षक को बताया आरोपी इरफ़ान ने करीब 60 लड़कियों की जिंदगी बर्बाद की है और आरोपी इरफ़ान पर रासुका लगनी चाहिए और फरार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाये और आरोपियों पर रासुका लगाई जाये अगर ऐसा नहीं हुआ तो आगे उग्र आंदोलन किया जायेगा जिसका जिम्मेदार पुलिस प्रशासन होगा।
शाहजहांपुर के सदर बाजार थाना क्षेत्र के शहर स्थित गांधी फैज ए आम महाविद्यालय का था जहाँ कुछ दिन पूर्व कॉलेज की एक छात्रा रास्ते से गुजर रही थी इसी दौरान महाविद्यालय के एन एस यू आई के जिलाध्यक्ष इरफान हुसैन और उसके साथियों ने छात्रा पर कमेंट्स पास कर छेड़छाड़ की. इस पर छात्रा भड़क गई और कॉलेज गेट पर हंगामा शुरू कर दिया.
इस बीच छात्र नेता ने छात्रा पर दबाव बनाने की कोशिश की और अभद्रता करने लगा. इरफान हुसैन ने छात्रा को धमकी दी कि अभी उसे तीन साल तक और कॉलेज आना है| इसलिए सुधर जाए नहीं तो कॉलेज के गेट से घुसने नहीं देगा. छात्र नेता इरफान हुसैन की यह गुंडागर्दी वहां मौजूद किसी ने कैमरे में कैद कर ली, जिसके बाद वीडियो वायरल हो गया जहाँ वीडियो वायरल होते ही हड़कंप मच गया था|
साध्वी प्राची राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य एवं राम मंदिर आंदोलन समिति की सदस्य|
छात्रा ने हिंदूवादी संगठनों को फोन करके कॉलेज बुलाया. हिंदूवादी संगठन नेता राजेश अवस्थी और वैभव खन्ना अपने साथियों के साथ कॉलेज पहुंचे, जहां कॉलेज प्राचार्य शकील अहमद से उनकी जमकर नोकझोंक हुई एसपी एस चिन्नापा भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्राचार्य को कॉलेज में बाहरी युवकों के घुसने पर रोक लगाने की हिदायत दी. इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने थाना सदर बाजार में एनएसयूआई के अध्यक्ष इमरान हुसैन समेत पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।
वीडियो वायरल होने के बाद कई छात्र संगठनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रशासन को ज्ञापन दिए पुलिस अधीक्षक डॉ एस चिनप्पा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की गिरफ्तारी हेतु टीम गठित की और महज 72 घंटो में मुख्य आरोपी इरफ़ान को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था|