कुशीनगर- जिलापंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर जिले की राजनीति गर्म हो गई है। भाजपा तथा हियुवा जिलाध्यक्ष की अगुआई मे गुरुवार को जिलापंचायत सदस्य डीएम से मिले और अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस देकर मतदान कराने की मांग किया।इसके थोड़ी देर बाद ही जिलापंचायत अध्यक्ष के साथ जिलापंचायत सदस्यों का दूसरा खेमा जिलाधिकारी के पास पहुंच गया और सदन में बहुमत होने का दावा करने लगा।देर रात तक गहमागहमी बनी रही। गेंद अब जिलाधिकारी के पाले में है।
जानकारी के अनुसार कुशीनगर जिलापंचायत अध्यक्ष की कुर्सी समाजवादी पार्टी के कब्जे में है। पुराने समाजवादी व पूर्व विधायक डॉक्टर पूर्णमासी देहाती के पुत्र व सपा नेता हरीश राणा आज की तारीख में जिलाध्यक्ष हैं।गुरुवार को भाजपा जिलाध्यक्ष जयप्रकाश शाही तथा हिंदू युवा वाहिनी के अध्यक्ष संजय सिंह मुन्ना के नेतृत्व जिलापंचायत सदस्यों का एक खेमा जिलाधिकारी आंद्रा वामसी से मिला और नियम 28 के तहत अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस देते हुए मतदान कराने की मांग करने लगा। भाजपा जिलाध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 39 सदस्य होने का दावा किया है।इसके कुछ देर बाद जिलापंचायत अध्यक्ष अपने दलबल के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और 35 जिलापंचायत सदस्यों के नामों की सूची जिलाधिकारी को सौंपने के बाद सदन में बहुमत होने का दावा किया। हरीश राणा का कहना है कि उनके साथ 43 सदस्य हैं।जिलापंचायत अध्यक्ष द्वारा सौंपी गई सूची के नामों की पुष्टि के लिए देर रात जिलाधिकारी जिलापंचायत सदस्यों से अपने कार्यालय में मिलते रहे। यहां यह बता दें जिले में 68 जिला पंचायत सदस्य हैं। अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के लिए 35 सदस्य चाहिए।जिलाधिकारी का कहना है कि नियम 28 के तहत अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस मिला है।चुनाव आयोग व विधिक राय लेने के बाद नियमानुसार कदम उठाया जाएगा यदि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान आवश्यक हुआ तो 15 दिन के अंदर मतदान करा दिया जाएगा।बहरहाल ,अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस के बाद जिले में राजनैतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
रिपोर्ट-अनूप यादव,कुशीनगर