बिहार- बरौनी-कटिहार रेलखंड के लखमिनियां स्टेशन की पूरब वाली गुमटी नंबर 34 के पास कामाख्या एक्सप्रेस की चपेट में आकर तीन लड़को की मौत हो गई। सुबह करीब दस बजे डाउन रेल लाइन पर रेड लाइट एरिया के पास तीनों युवक ट्रैक पर बैठकर हेड फोन लगाकर मोबाइल पर गाना सुन रहे थे, तभी कामाख्या एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई है। तीनों युवकों के लाश को जीआरपी ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय भेजा है।
मरने वालों में बलिया थानाक्षेत्र के नगर पंचायत अंतर्गत मसूरचक निवासी मो. इंसान के 18 वर्षीय पुत्र मो. अहमद, मटिहानी थाना क्षेत्र के मो. इकबाल उर्फ कारे का 25 वर्षीय पुत्र मो. टुनटुन एवं नंदकुमार पोद्दार का 24 वर्षीय पुत्र राजकुमार पोद्दार है। युवकों के लाश की पहचान पास से मिले मोबाइल फोन के सिम से की गई है। घटना के बाद तीनों युवकों में एक युवक का क्षत-विक्षत लाश डाउन ट्रैक के बीच में था एवं अन्य दो युवकों का शव डाउन ट्रैक के उत्तर लगभग 30-30 गज की दूरी पर पड़ा मिला।
बताया जाता है कि तीनों युवक लखमिनियां रेलवे स्टेशन के गुमटी नंबर 34 के रेड लाइट एरिया के सामने हेड फोन लगाकर गाना सुन रहे थे। साथ ही सामने रेड लाइट एरिया का नजारा देख रहा था। इसी बीच डाउन 15623 भगत की कोठी-कामाख्या एक्सप्रेस सुबह दस बजे लखमिनियां स्टेशन से गुजरी। युवक इतने गाना सुनने में इतने मस्त थे कि उन्हें ट्रेन आने की भनक तक नहीं लगी जिसके कारण ट्रेन तीनों युवकों को रौंदते हुए निकल गई। ट्रेन में इलेक्ट्रिक इंजन लगे रहने के कारण आवाज कम थी वहीं इस ट्रेन में एसएलबी कोच लगी रहती है जिसमें जर्क कम होने के कारण आमतौर पर ट्रेन के चलने पर होने वाली आवाज भी काफी कम होती है।
– शिव शंकर सिंह की रिपोर्ट