फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। सदर तहसील के गांव तिलियापुर में हजारों लोग बुखार की चपेट में आ गए है। ग्रामीण कोरोना संक्रमण के डर से उपचार कराने गांव से बाहर नहीं जा रहे। गांव में ही अपंजीकृत चिकित्सकों से उपचार करा रहे हैं। इस गांव में छह हजार की आबादी है। ग्रामीणों के अनुसार हर घर में कई-कई लोग बीमार हैं। जो बुखार से पीड़ित हैं। बुखार तेजी से फैल रहा है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं है। गांव में चारों ओर गंदगी भी फैली हुई है। आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से संचालित की जा रहीं तमाम योजनाओं से लोगों के लाभान्वित होने के दावे आला अधिकारी करते हैं लेकिन धरातल पर स्थिति बेहद खराब होती है। फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के गांव तिलियापुर में इन दिनों बुखार की चपेट में करीब दो हजार लोग आ चुके हैं। यही नहीं, 10 लोगों की मौत सिर्फ अक्टूबर में बुखार आने की वजह से हो गई। बुखार से पीड़ित करीब 150 लोग निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। इसके अलावा कोरोना संक्रमण से डरे कई लोग झोलाछाप से इलाज करा रहे हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के सुध न लेने से ग्रामीणों में आक्रोश है। इस गांव में डेंगू और मलेरिया के साथ संदिग्ध बुखार ने ग्रामीणों का सांस लेना मुश्किल कर दिया है। ग्रामवासियों के अनुसार अधिकांश परिवारों में संक्रामक रोग फैला हुआ है। बहुतायात संख्या में लोग बुखार की दवाई ले रहे हैं। आलम यह है कि हर घर से तीन से पांच लोग बुखार से पीड़ित है। गांव की निवासी रोशनी खान बताती हैं कि पिछली साल से इस रहस्यमयी बुखार ने बीस से अधिक लोगों की जान ले ली थी। इसके बावजूद सेहत महकमे ने ध्यान नहीं दिया।।
तिलियापुर गांव में इतनी बड़ी संख्या में बुखार के मरीज होना बहुत ही गंभीर मामला है। वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम को जांच के लिए भेजा जाएगा।
-डा. जावेद हयात, एडी हेल्थ, बरेली
बरेली से कपिल यादव