शाहजहांपुर – उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर में सुहागिनों ने सोमवार को पति की दीर्घायु और परिवार की सुख शांति के लिए वट सावित्री की पूजा की। वट सावित्री व्रत में ‘वट’ और ‘सावित्री’ दोनों का खास महत्व माना गया है। पीपल की तरह वट या बरगद के पेड़ का भी विशेष महत्व है। पुराणों की मानें तो वट वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु व महेश तीनों का वास है। इस साल वट सावित्री व्रत 3 जून को मनाया जा रहा है।
शाहजहांपुर में सुहागिनों द्वारा वट सावित्री का पर्व सोमवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। महिलाएं सज धजकर शहर के प्रमुख स्थानों पर वट वृक्ष की पूजा की। शहर के कच्चा कटरा के निकट स्थित वट वृक्ष, पुराना अस्पताल स्थित वट वृक्ष, खिरनी बाग के निकट स्थित वट वृक्ष, सरायकइयाँ के निकट स्थित वट वृक्ष की महिलओं ने पूजा की कुछ महिलाओं ने घर में ही वट की पूजा की। इस अवसर पर महिलाओं ने पति के दीर्घायु जीवन की मंगल कामना की और दिन भर का उपवास रखा कुछ महिलाओं ने अरवा भोजन का सेवन किया इस अवसर पर महिलाएं नव परिधान में आकर्षक लग रही थी। नव विवाहितों में वट सावित्री पूजा को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। वट वृक्ष के नीचे महिलाआें ने कथा का श्रवण किया।
वीओ 02- महिलाओंने वट वृक्ष में मोली बांधी और परिक्रमा की सभी सुहागिनें अपने तौर तरीके से पूजा करते देखी गईं इस अवसर पर महिलाएं रंग-बिरंगे परिधानों में सजधज कर वट वृक्ष पर नेवैद्य चढ़ा एक दूसरे के माथे पर सिंदूर लगाया मान्यता है कि व्रत से पति दीर्घायु होते हैं इसी मान्यता को मानकर महिलाओं ने ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को सावित्री व्रत रखा। व्रत को सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना को लेकर करती हैं पूरे शाहजहांपुर जिले के सभी प्रखंडों समेत शहर के विभिन्न मोहल्लों में रविवार को सुहाग की रक्षा दीर्घायु की कामना लिए वट वृक्ष को पूजते प्रेम के बंधन सरीखे रक्षा सूत्र के धागे जगह-जगह वट वृक्ष में नव विवाहिता सुहागिनें लपेटते देखी गईं। कई महिलाएं पारंपरिक तरीके से भी पूजन करते देखी गई।
अंकित कुमार शर्मा