लखीमपुर खीरी-संस्कृत भाषा को जन जन की भाषा बनाने के लिए उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान ने माननीय मुख्यमंत्री के आदेशानुसार सरल संस्कृत संभाषण योजना के अंतर्गत संस्कृत वाग्व्यवहार कार्यशाला का आयोजन उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में किया जा रहा है।इसी श्रृंखला में लखीमपुर जनपद के ओयल नगर के कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय में पञ्चदशदिवसीया संस्कृत वाग्व्यवहार कार्यशाला का उद्घाटन दिनांक 13 दिसम्बर 18 को प्रातः दस बजे किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या रीता शुक्ला ने अपने उद्बोधन में बताया कि संस्कृत समस्त भाषाओं की जननी है जिससे सभी भाषाओं का आविर्भाव हुआ है।इस भाषा को भारत के सभी नागरिकों को पढ़ना चाहिये।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सुनीता श्रीवास्तव ने बताया कि संस्कृत के उत्थान के लिए यह प्रयास अत्यंत प्रशंसनीय है। यदि इस प्रकार के प्रयास चलते रहें तो वह दिन दूर नहीं जब जनसामान्य की भाषा संस्कृत होगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में सुनीता श्रीवास्तव ने बताया कि संस्कृत भाषा को यदि रोजगारोन्मुख बनाया जाए तो इस भाषा को जन सामान्य में सरलता से पहुंचाया जा सकता है ।
– लखीमपुर से हसन जाज़िब आब्दी