उत्तराखंड/देहरादून- आम आदमी पार्टी, उत्तराखंड प्रदेश ने प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश में संचालित 350 स्कूलों को बंद कर उनको विद्या भारती को सौंपने के सरकार के निर्णय को साजिश बताते हुए इसका विरोध किया है।
आम आदमी पार्टी की प्रदेश संचालन समिति के अध्यक्ष नवीन पिरशाली ने अपने बयान में कहा कि राज्य की भाजपा सरकार आरएसएस के इशारे पर एक सुनियोजित साजिश के तहत राज्य के 350 सरकारी विद्यालयों को बंद कर विद्या भारती के हाथों में सौंपने जा रही है जो प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के लिए सरासर अनुचित है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार एक तरफ कम छात्र संख्या होने का हवाला देकर इन सरकारी विद्यालयों को बंद कर रही है और दूसरी ओर इन बंद विद्यालयों के भवनों को स्कूल संचालित करने हेतु विद्या भारती संस्था को सौंप रही है। सरकार का यह निर्णय संदेहास्पद है।
श्री पिरशाली ने कहा कि यह सर्वविदित है कि विद्या भारती भाजपा के मूल आरएसएस का ही एक शैक्षणिक संस्थान है और प्रदेश की त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार उत्तराखंड के नौनिहालों के दिलोदिमाग में आरएसएस की फासीवादी व साम्प्रदायिक विचारधारा भरना चाहती है। सरकार के दबाव में ही महानिदेशक विद्यालय शिक्षा द्वारा यह निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कम छात्र संख्या की आड़ लेकर लिये गये राज्य सरकार के इस द्वेषपूर्ण फैसले से पलायनग्रस्त उत्तराखंड में पलायन और बढ़ेगा व दुर्गम क्षेत्रों के नौनिहाल प्राथमिक शिक्षा से भी वंचित रह जायेंगे।
उन्होंने कहा कि जहाँ एक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार सरकारी स्कूलों को विश्वस्तरीय बना रही है कि लोग प्राईवेट स्कूलों को छोड़कर सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों का एडमिशन करा रहे हैं, वहीं दुर्भाग्यजनक है कि उत्तराखंड की डबल इंजन की त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार उत्तराखंड के बच्चों से शिक्षा का मूलभूत अधिकार छीन रही है।