कुशीनगर- दुदही विकास खण्ड दुदही के ग्राम पंचायत विजयपुर दक्षिण पट्टी में चल रहे श्रीमदभागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ में तीसरे दिन व्यास ने आत्म कल्याण की बात श्रोताओं को बताई।
श्रीमद् भागवत कथा में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथावाचक डॉ श्यामसुन्दर जी पराशर शास्त्री ने कथा का सार बताया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अमृत कथा को सुनकर महापापी धुंधकारी भी परम धाम को प्राप्त हुए। इसी तरह से कथा का श्रवण कर मनुष्य भी अपना लोक सुधार सकते हैं। उन्होंने कहा कि गोकरण की समृद्धि से अपने भाई की आत्मा को भटकने से बचाकर उसे सत्मार्ग की राह दिखाई। उसके कानों में श्रीमद् भागवत कथा पड़ते ही वह भी स्वर्ग चला गया। यह कथा सम्पूर्ण कथा जीव के कल्याण की कथा है। जिसे सुकदेव मुनि से राजा परीक्षित ने सुनी थी और वह अपने जीवन के बचे दिन भगवत चर्चा में लगाकर ईश्वर के परम धाम को प्राप्त हो गए। इस दौरान आयोजक प्रमोद कुमार मिश्र,उपेन्द्र पाठक,विपिन मिश्र,सुनील,नरेन्द्र मिश्र,राघवेन्द्र मिश्र,विनोद सिंह,विनय मिश्र,राधेश्याम मिश्र,पं0 पंकज शास्त्री सैकड़ों भक्त सहित कथा का अनुसरण कर रहे हैं।
कुशीनगर से जटाशंकर प्रजापति की रिपोर्ट