उत्तराखंड/हरिद्वार- भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश कल हरकी पौड़ी में विसर्जित की जायेगी। इससे पूर्व राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाने वाले श्री वाजपेयी जी का अस्थिकलश गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के संस्थापकद्वय युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा की पावन समाधि स्थल के पास रखा जायेगा। जहाँ उन्हें गायत्री साधक एवं श्री वाजपेयी जी को चाहने वाले, गढ़वाल से आने वाले नागरिक व अन्य परिजन पुष्पांजलि अर्पित कर सकेंगे। राज्य के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, केबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक, जिलाधिकारी श्री दीपक रावत आदि ने शांतिकुंज पहुँच गायत्री परिवार के प्रमुखद्वय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी से भेंट कर कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की।
श्रद्धेय डॉ. पण्ड्या ने कहा कि व्यक्तित्व के धनी स्व. वाजपेयी जी राजनीति में रहते हुए भी उससे ऊपर थे। वे दूरदर्शी थे। समाज व राष्ट्र उनके लिए सबसे ऊपर था। कई बार उनसे हमारी मुलाकात हुई। वे कहते थे कि डॉ. साहब भारत को अग्रिम पंक्ति में लाने के लिए अभी बहुत कुछ करना है, प्रत्येक भारतवासी मिलकर तन, मन, धन से कार्य करेंगे, देश को आगे बढ़ाया जा सकता है। डॉ. पण्ड्या ने कहा कि गायत्री परिवार के रचनात्मक कार्यक्रमों से वे काफी प्रभावित थे।
अजातशत्रु श्री वाजपेयी जी का अस्थि कलश प्रातः 11 बजे शांतिकुंज पहुँचेगा, जहाँ लोग उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके पश्चात उनके परिवारीजन अस्थि कलश लेकर हरकी पौड़ी के लिए प्रस्थान होंगे एवं 12.30 से 13.30 तक विसर्जन क्रम हरकी पैड़ी पर होगा।