लखनऊ – उत्तर प्रदेश में शहरों के सुनियोजित और समन्वित विकास के मद्देनजर नगर निगमों और विकास प्राधिकरणों का दायित्व एक ही अफसर को सौंपने की तैयारी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे में नगर आयुक्त व प्राधिकरण उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी एक ही को देने के निर्देश ने दिए हैैं।
केंद्र सरकार में पहले से ही आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय दोनों काम देख रहा है। नीति आयोग ने भी विभागों के पुनर्गठन के बारे में राज्य सरकार को सुझाव दे रखा है। दरअसल, नगरों की साफ-सफाई, अवैध निर्माण, अतिक्रमण पर अंकुश व शहरों के सुनियोजित व समन्वित विकास के लिए नगर निगम व विकास प्राधिकरण हैैं। इसमें किसी तरह की गड़बड़ी पर दोनों ही विभाग एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराने में देर नहीं करते। ऐसे ही मामले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए सोमवार को एक बैठक में निर्देश दिया कि नगर निगमों में तैैनात नगर आयुक्तों व विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्षों की जिम्मेदारी एक ही व्यक्ति में निहित किया जाए।