यह हालत है प्राइमरी व जूनियर विधालयों की:शासन की लाख कोशिशें है नाकाम

पूंछ/झांसी- पूँछ थानाक्षेत्र अंतर्गत ग्राम सेसा जूनियर स्कूल में खाना के बाद छात्र एवं छात्राओ से ही थाली धुलवाई जाती है यह आलम सिर्फ ऐसा कि विद्यालय मात्र का नही वल्कि रामनगर खकल सहित अधिकांस विधालयो में बच्चो से ही थाली धुलवाई जाती है। कई वार समाचार पत्रों व मीडिया द्वारा समाचार लिखे व दिखाने के बावजूद भी विभागीय अधिकारियों के कानों पर जू तक नही रेंगती और प्राथमिक विद्यालयों की हालत जस के तस बनी हुई है शासन व शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रदेश में शिक्षा के लिए हर संभव प्रयासों के साथ बच्चो को निःशुल्क शिक्षा व स्कूल ड्रेश जूते किताबें बैग भोजन तक कि व्यवस्था की गई है इसके बाबजूद भी प्राइमरी विद्यालय में अभिभावक अपने वच्चो को प्राइमरी या सरकारी विधालयो में पढ़ाने से कतराते है वही निजी स्कूलों में छात्र एवं छात्राओ की भीड़ लगी हुई है जहाँ पीने के पानी का भी खर्च मैनेजमेंट जोड़ कर अभिभावक से बसूल लेते है।

कैसे पढे बच्चे

निजी स्कूलों में जहां एक तरफ कम पैसो में पढ़ाने बाले आचार्य कम डिग्री व डिप्लोमा होने के बाबजूद भी बीएड. व बीटीसी. डिग्री धारकों के ऊपर भारी नजर आते है जिनकी वेतन तो भारी भरकम है लेकिन व्यवस्थाएं शून्य के बराबर है सरकारी विधालयो के अध्यापकों का स्कूल जाना न जाने उनके मूड पर निर्भर करता है जबकि बिद्यालय पहुंच भी जाते है तो केवल टाइम पास करते देखे जाते है जिसके कारण छोटे बच्चो का जीवन अल्प शिक्षा के कारण भविष्य के लिये चिंता जनक बना हुआ है वही ग्राम कनैछा में एक अध्यापिका को सोते हुए देखा गया प्रदेश में सरकारी विधालयो में शिक्षा से भारी खिलवाड़ किया जा रहा है जिसमे जरूरत है प्रदेश व जिले के आलाधिकारी शिक्षा संबंधी आदेशो को मजबूती से जमीन पर उतार कर समय समय पर गैर जिम्मेवारो पर ठोस कार्यवाही करने की।

-दया शंकर साहू,पूंछ/ झांसी

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