बरेली। जनपद मे काफी समय से बिना पंजीकरण के कई कोचिंग सेंटर संचालित हैं। छोटे-छोटे कमरों मे चलने वाली इन कोचिंग मे सुरक्षा संबंधी कोई इंतजाम नही हैं। पार्किंग की व्यवस्था न होने से विद्यार्थी अपने वाहन सड़कों पर ही खड़े करते हैं। लंबे समय से विभागीय अनदेखी के कारण अवैध कोचिंग सेंटरों का धंधा खूब बढ़ रहा है। अवैध रूप से संचालित हो रहे कोचिंग संस्थानों पर लगाम लगाने की तैयारी की जा रही है। संचालको पर डीआईओएस की कार्रवाई से गाज गिरने वाली है। अभियान चलाकर ऐसे कोचिंग संस्थानों के संचालकों को नोटिस थमाया जाएगा। जनपद में अवैध रूप से संचालित कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई के लिए इस माह अभियान चलाया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। जनपद मे बड़ी संख्या मे बिना पंजीकरण के कोचिंग सेंटर चलाये जा रहे हैं। नियम है कि डीआईओएस कार्यालय में बिना रजिस्ट्रेशन के कोचिंग संस्थानों का संचालन नही हो सकता है। इसमें उनका पंजीकरण होना भी जरूरी है। इसके अलावा अग्निशमन विभाग से एनओसी, कोचिंग सेंटर पर अग्निशमन यंत्र, कुशल शिक्षक, बैठने की उचित व्यवस्था, शौचालय, पीने का पानी, बिजली, पंखा, लाइट, पार्किंग स्थल, फीस निर्धारण और उचित साफ-सफाई होना मानकों में शामिल है। गली-मोहल्लों में कोचिंग चल रही हैं। कुछ कोचिंग संस्थानों ने एक बार रजिस्ट्रेशन तो करा अगला लिया लेकिन दोबारा नवीनीकरण तक नही कराया। बावजूद इसके विभागीय कार्रवाई करने के नाम पर कोरमपूर्ति की गई और इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक देवकी सिंह ने बताया कि अवैध कोचिंग संस्थानों को चिह्नित कर सूची तैयार कराई जा रही है। इस माह के अंत तक अभियान शुरू कर दिया जाएगा। अवैध रूप से संचालित कोचिंग सेंटर्स पर जांच के बाद कर्रवाई की जाएगी। कार्रवाई से बचने के लिए संबंधित कोचिंग संस्थानों के संचालकों को कार्यालय से संपर्क कर रजिस्ट्रेशन करा लेना चाहिए।।
बरेली से कपिल यादव