बरेली। जंक्शन पर लाखों रुपए की लागत से बने आधुनिक वेटिंग रूम पर इन दिनों बंदरों ने कब्जा कर लिया है। बंदरों ने वेटिंग रूम के अंदर से बाहर तक कई चीजों को तोड़ दिया है। स्टाफ की लापरवाही के कारण आधुनिक वेटिंग रूम पूरी तरह से कबाड़ बनने की कगार पर है। रेलवे जंक्शन स्टेशन पर यात्रियों को आराम मुहैया कराने के लिए लाखों रुपए खर्च करके आधुनिक वेटिंग रूम का निर्माण कराया गया है। कोरोना वायरस के फैलने पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने 27 मार्च से यात्री ट्रेनों का संचालन बंद कर रखा है। अनलॉक में अब जंक्शन से मात्र 3 जोड़ी ही मुख्य ट्रेने गुजर रही है। जिस वजह से स्टेशन पर अधिकांश समय सन्नाटा छाया रहता है। सन्नाटा होने की वजह से वेटिंग रूम के अंदर बंदरों ने अपना कब्जा जमा रखा है। बंदरों को खाना न मिल पाने की वजह से बंदर खूंखार हो गए हैं यदि कोई सफाई कर्मी वेटिंग रूम में सफाई करने पहुंच जाता है तो उसको काटने के लिए दौड़ पड़ते हैं। सफाई कर्मी दिनेश कुमार ने बताया कि 15 दिन के भीतर बंदर 10 सफाईकर्मियों को काट चुके हैं। जिस वजह से अब वेटिंग रूम में टॉयलेट साफ करने का काम रोक दिया गया है। बंदरों का उत्पात इस कदर बढ़ गया है कि उन्होंने वेटिंग रूम की शीशे की किबाड़े व वेटिंग रूम लिखे बोर्ड को तहस-नहस कर दिया है। इसकी जानकारी जब रेलवे के आला अधिकारियों को मिली तो उन्होंने वहां एक रेलवे कर्मियों को तैनात कर दिया जो बंदरों पर नजर रखता है और उन्हें वेटिंग रूम में जाने से रोकता भी है। स्टेशन अधीक्षक सत्यवीर सिंह का कहना है कि जब यहां से बंदरों को भगाया जाता है। तब वह रेलवे कॉलोनी में चले जाते हैं। वहां कॉलोनी वासियों को परेशान करते हैं। वहां से भगाए जाते हैं तब फिर स्टेशन पर आ जाते हैं और यहां सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं। इसके अलावा पार्षद घर में काम करने वाले पंकज सक्सेना का कहना है कि बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि पार्सल घर में रखे सामान को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। अधिकांश पार्सलो को तहस-नहस कर दिया है। उनका मानना है कि थोड़ी सी चूक होने पर बंदर उसको काट देते हैं।।
बरेली से कपिल यादव