• फ़ाइलेरिया नेटवर्क समूह के सदस्यों को दिया गया प्रशिक्षण
• प्रतिभागियों ने जाना हाथीपांव एवं हाइड्रोसिल के प्रबंधन के गुर
पटना/बिहार- “फ़ाइलेरिया उन्मूलन के लिए वर्ष 2027 तक का लक्ष्य निर्धारित है. उन्मूलन अभियान में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए ) सबसे सशक्त जरिया है. इसमें सभी की सहभागिता ही अभियान की सफलता सुनिश्चित कर सकती है. फ़ाइलेरिया नेटवर्क समूह के सदस्यों की जिम्मेदारी बनती है कि संचालित होने वाले सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताएं और इसकी महत्ता के बारे में सभी को जागरूक करें. नेटवर्क समूह के सदस्य फ़ाइलेरिया के दंश के बारे में अपने अनुभव लोगों से साझा करें और सभी को अभियान के दौरान दवा खाने केलिए प्रेरित करें”, उक्त बातें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने फ़ाइलेरिया नेटवर्क समूह के सदस्यों के लिए आयोजित उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान कही. फुलवारीशरीफ प्रखंड के हसनपुरा गाँव स्थित प्राथमिक विद्यालय में कार्यशाला में फुल्वारीशारिफ प्रखंड के फ़ाइलेरिया नेटवर्क समूह के सदस्यों ने भाग लिया और अपने अनुभवों को साझा किया.
सामने खिलाई जानी है फ़ाइलेरिया की दवा:
डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान टीमें अपने सामने लक्षित आबादी को दवा खिलायेगी. इसमें आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्यकर्मियों के साथ फ़ाइलेरिया नेटवर्क समूह के सदस्यों की भूमिका भी अहम् होगी. नेटवर्क समूह के सदस्य नाईट ब्लड सर्वे के दौरान सभी लोगों को अपना रक्त के सैंपल देने के लिए प्रेरित करें और विभाग का सहयोग करें. एमडीए कार्यक्रम के दौरान नेटवर्क समूह के सदस्यों को मिशन मोड में काम करने की जरुरत है ताकि अभियान का लक्षित उद्देश्य पूरा हो सके.
कार्यशाला के दौरान ग्राम शाहपुर के वार्ड संख्या-1 की वार्ड मेंबर अनीता देवी ने फ़ाइलेरिया से अपने अनुभवों को सभी से साझा करते हुए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान नेटवर्क समुंह के सदस्यों की सहभागिता पर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी से सवाल पूछे और बताया कि फ़ाइलेरिया से उनकी जंग ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया है और वह अपने स्तर से अभियान को सफल बनाने में सहयोग सुनिश्चित करेंगी.
निभाएंगे अपनी जिम्मेदारी:
लक्ष्मी नेटवर्क समूह के सदस्य रविंद्र यादव ने बताया कि वह काफी समय से हाइड्रोसिल से ग्रसित हैं और जानते हैं कि इससे क्या परेशानी होती है. उन्होंने सभी प्रतिभागियों से अपील किया कि एमडीए कार्यक्रम में अपना पूरा सहयोग कर अभियान को सफल बनाने में मदद करें. वहीँ लक्ष्मी नेटवर्क समूह के सदस्य पटेल पंडित ने कहा कि वह हमेशा लोगों को फ़ाइलेरिया के बारे में जागरूक करते हैं और अभियान के दौरान लोगों को पूरे परिवार के साथ दवा सेवन करने के लिए जागरूक करेंगे.
विदित हो कि आगामी 10 अगस्त से पटना सहित राज्य के 14 जिलों में एमडीए कार्यक्रम संचालित किया जाना है. इसके पूरे चयनित जिलों में प्रखंड स्तर पर नाईट ब्लड सर्वे कराया जायेगा जिससे फ़ाइलेरिया के माइक्रो दर का पता लगाया जा सके. कार्यशाला के दौरान वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी पंकज कुमार, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार कल्याणी कुमारी, केयर इंडिया से अमर कुमार, सीफार से रणजीत कुमार, नवनीत सिन्हा, किशोर केशव सहित कई लोगों ने शिरकत की. कार्यशाला का संचालन सीफार की नेहा कुमारी ने किया.
– बिहार से नसीम रब्बानी