बरेली। बेसिक शिक्षा समिति के पदाधिकारीयो ने सोमवार को बीएसए व मुख्य अभियन्ता विद्युत से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि कोरोना महामारी के कारण जनवरी 20 से कोई शुल्क नहीं मिल पा रहा है। स्कूल संचालक पीस न मिलने के कारण आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। इस वजह से स्कूल संचालक कर्ज लेकर खर्चे बहन कर रहे है। शासन व प्रशासन पीस मामले में उचित कार्यवाही करे। जिससे स्कूल संचालक स्कूल के खर्चे को बहन कर सके। इसके अलावा समिति ने कहा कि स्कूल संचालक कर्ज लेकर जीवन यापन कर रहे है। इस विषम परिस्थितियों मे स्कूल बन्दी के दौरान का विद्युत बिल जमा न कर पाने के कारण बिजली कनैक्शन काटे जा रहे हैं जो कि अमानवीय है। ज्ञापन में बेसिक शिक्षा अधिकारी से अपील की गयी कि वे अभिभावकों को प्रेरित करें कि वे बच्चों की फीस जमा करें जबकि मुख्य अभियन्ता विद्युत से अपील की है कि स्कूल खुलने के एक महीने बाद तक स्कूलों व उनके संचालकों के विद्युत कनैक्शन न काटे जाये। बेसिक शिक्षा समिति के अध्यक्ष जगदीश सक्सेना ने चेतावनी दी कि स्कूलों के परिवार लाचार हैं और अपमानित हो रहे हैं। अगर आप अधिकारियों ने सहयोग नहीं किया तो स्कूल संचालक आत्महत्या करना शुरू कर देंगे। जिसके लिए अधिकारी उत्तरदायी होंगे। प्रतिनिधि मंडल में अध्यक्ष जगदीश सक्सेना, महामन्त्री पंकज सक्सेना, उपाध्यक्ष सर्वेश पाठक, मन्त्री राजीव यादव, प्रवक्ता संजय पौल सहित विजय मिश्रा, अजय गौड़, वरुण कुमार, एम. के. घोष, ओम प्रकाश गंगवार महिला मोर्चा अध्यक्ष रुथ पौल व महामन्त्री मोनिका चौपड़ा सहित पांच दर्जन से अधिक स्कूल संचालक उपस्थित रहे।।
बरेली से कपिल यादव