बरेली। नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारियों पर झूठा मुकदमा दर्ज करने के खिलाफ गुरुवार को कर्मचारियों में गुस्सा भड़क गया। नगर निगम के कर्मचारियों ने कार्यालय बंद कराकर हड़ताल शुरू कर दी और धरने पर बैठ गए। इसके साथ ही उन्होंने डीएम को ज्ञापन देकर मुकदमा बापस कराने और निगम की जमीन अस्पताल के कब्जे से छुड़ाने की मांग की। उन्होंने शिकायती पत्र शासन को भी भेज दिया। आपको बता दें कि नगर निगम कर्मचारी संघ के बैनर तले गुरुवार को सभी कर्मचारी नगर निगम परिसर मे एकत्रित हुए। कर्मचारियों ने धर्मदत्त सिटी हॉस्पिटल के खिलाफ नारेबाजी कर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। सभी कार्यालय भी बंद करवा दिए। उन्होंने बताया कि नगर निगम अपनी जमीन पर कब्जा लेने का प्रयास कर रहा है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन उन्हें अंदर घुसने नही दे रहा। नगर निगम ने वहां जो सील लगाई, उसे अस्पताल वालों ने तोड़ दिया। कर्मचारी जयपाल पटेल समेत अन्य के साथ अभद्रता की और उन्हें बंधक बना लिया। इसका मुकदमा थाने में दर्ज कराया गया। जब नगर निगम की टीम द्वारा कब्जा लेने पहुंची तो हंगामा किया। उसके बाद अधिकारियों व कर्मचारियों पर ही झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। कर्मचारियों ने मुकदमा को निरस्त करने और निगम की 200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति पर कब्जा करने वालों को भूमाफिया की सूची में डालकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। मांगे पूरी नहीं होने पर कर्मचारियों ने हड़ताल करने की चेतावनी दी। उन्होंने प्रमुख सचिव, मंडलायुक्त, एसएसपी व नगर आयुक्त को शिकायती पत्र भेजा है। इस दौरान मिशन पाल सिंह, अमित कुमार दुबे, महक सिंह, आनंद अग्रवाल, सलमान बेग आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव