*जिसके बाद खाकी को भी करनी पड़ती है कड़ी मशक्कत।।
मुजफ्फरनगर – जनपद मुज़फ्फरनगर में लोक डाऊन का खुला उलंघन किस तरह उड़ाया जा रहा है आइये इसका नजारा हम आपको दिखाते है आप तस्वीरों में देख सकते है की किस तरह लोक डाऊन में मिलने वाली सुबह 6 बजे से 9 बजे तक की छूट में शहर की जनता किस तरह सड़कों पर मचाती है घमासान,जिसे कन्ट्रोल करने को स्थानीय पुलिस को भी करनी पड़ती है कड़ी मशक्कत।।
दरअसल मामला जनपद मुज़फ्फरनगर के थाना सिविल लाइन क्षेत्र के सबसे ज्यादा चहल-पहल वाले कच्ची सड़क का हैं ।जहां सुबह सवेरे लोक डाऊन में मिलने वाली छूट के दौरान लोगों की भीड़ किस कदर निकलती है शायद आप इसका अंदाजा भी नही लगा सकते लेकिन इसे हम आपको दिखाते है की किस तरह आखिर छूट के दौरान यहां लोग सड़कों पर ऐसे निकलते है जैसे मानो शहर में कुछ हुआ ही नही ।अब अगर बात स्थानीय पुलिस की करें तो स्थानीय चौकी पुलिस वैसे तो रोजाना ही दिक्कतों का सामना करती है लेकिन सुबह के समय तो यहां पूरे दिन की महनत एक बार में करनी ही पड़ती है ।
दबी जुबान से कई पुलिस कर्मियों का तो यहां तक कहना है की जब से रमजान शुरू हुए हैं सड़कों पर कुछ और ज्यादा चहल-पहल शुरू हो गई है और लोग समझाने बुझाने पर मानो लड़ने को आते है आखिर हम करें तो क्या करें हम लोग सभी से हर रोज अपील करते थक गए है की सभी अपने अपने घरों में रहे ज्यादा जरूत हो तो ही घरों से निकलें लेकिन यहां तो एक मचिश और ज्यादा से ज्यादा टाटा नमक तक लेने को दो दो और इससे ज्यादा लोग भी बहाना बनाकर सड़कों पर निकल रहे हैं।
अब अगर जिला प्रशासन की बात करें तो जिले में कोरोना (कोविड-19 ) के चलते सुरक्षा के मध्य नजर प्रशासन बेहद सक्रिय है शासन की गाइडलाइन के पालन अनुसार जिला प्रशासन द्वारा केवल जरूरतमंद लोगों को ही सुबह 6 बजे से 9 बजे तक बाहर निकलने की अनुमति दी गई है लेकिन यहां तो बेवजह भी लोग बाहर निकल जाते हैं
आज निकली जबरदस्त भीड के कारण स्थानीय पुलिस कर्मी जब गश्त करने निकले तो बेवजह घूम रहे लोगों को जमकर हड़काया और उन्हें उनके घरों में जाने के लिए दौड़ाया।
लेकिन जब भीड़ नही मानी तो मोके पर थाना सिविल प्रभारी डीके त्यागी और इनके चंद मिनट बाद एसडीएम भारी पुलिस फ़ोर्स के साथ मोके पर पहुंचे ।जिसके बाद पुलिस एंव प्रशासनिक अधिकारीयों द्वारा लगाई गई फटकार और कार्यवाही की चेतावनी के बाद लोग घरों को लौटे।
रिपोर्ट भगत सिंह /शिवम धीमान