हरिद्वार/रूडकी- साबिर पाक के सालाना उर्स में हर साल की तरह इस साल भी बरेली शरीफ से झंडा रविवार को पिरान कलियर शरीफ पहुंचा। झंडा लेकर पहुंचे 128 जायरीनो के जत्थे का गर्म जोशी के साथ स्वागत किया गया। शाम के समय सज्जाद नशीन शाह मन्सूर ऐजाज की सरपरस्ती में दरगाह साबिर पाक के बुलन्द दरवाजे पर झंडा कुशाई (झंडा फेरना) उर्स की प्रथम रस्म अदा की गई और इसी रस्म के साथ साबिर पाक का 750 वा सालाना उर्स भी शुरू हो गया। पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक में गुरुवार को बरेली शरीफ से पहुंचे झंडे को शाम के समय बाद नमाज असर सज्जादा नशीन शाह मन्सूर एजाज साबरी की सरपरस्ती में दरगाह के बुलन्द दरवाजे पर फहराकर उर्स की प्रथम रस्म अदा की। झंडे की रस्म में शामिल होने के लिए अकीदतमंदो की भारी भीड़ जुटी रही। इस दौरान स्थानीय लोगो के साथ-साथ पंजाब,रामपुर,मुरादाबाद , नजीबाबाद , बिजनोर आदि स्थानों से भी अकीदतमंद झंडे की रस्म में शामिल हुए। झंडे की सरपरस्ती कर रहे सूफी वसीम साबरी ने बताया कि 27 अक्टूबर को 128 अकीदतमंदो का जत्था बरेली से पैदल रवाना हुआ जिसमें मेरे साथ सलीम साबरी,रिज़वान साबरीं ,सूफी इमरान,सूफी लईक आदि लोग शामिल थे 13 दिन का पैदल सफर तय करने के बाद जत्था गुरुवार को कलियर शरीफ पहुंचा। इन 13 दिनो में जत्थे का स्वागत फतेहगंज,रामपुर,मुरादाबाद,नजीबाबाद,नहटौर,ज्वालापुर,रहमतपुर आदि जगहों पर किया गया। बरेली शरीफ से आए झंडे को कलियर पहुंचने पर सज्जादानशी मन्सूर एजाज साबरी ने फूल बरसा कर झंड़े के साथ आए जायरीनो का स्वागत किया। गुरुवार को बाद नमाज़ ऐ असर झंड़ा फेराने की रस्म के बाद सज्जादा नशीन शाह मंसूर ऐजाज़ साबरी ने रस्म मैं मौजूद तमाम लोगो के लिए दुआ की उन्होंने देश की अखण्डता एकता खुशहाली की दुआ की उर्स सकुशल सम्पन्न होने की दुआ भी की गई इस अवसर सूफी वसीम साबरीं , सलीम साबरीं , हसन साबरीं , लाईक साबरीं आदि लोगो ने उपस्थित हो के अक़ीदत का इज़हार किया।
– रूडकी से इरफान अहमद