गोरखपुर।किसान पाठशाला में दी गई जैविक तरीके से खेती मूल्य संवर्धन एवं पराली प्रबंधन की जानकारियां कृषि निर्देशक विवेक कुमार लखनऊ से वीडियो कांफ्रेंसिंग कर गोरखपुर एनआईसी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में डिप्टी डायरेक्टर संजय सिंह जिला कृषि अधिकारी देवेंद्र सहित कृषि संबंधित अन्य अधिकारियों को बताया कि
बिना किसी रसायन का प्रयोग किए फसलों को कैसे रोगों व कीटों से बचाया जा सकता है, एवं मूल्य संवर्धन कैसे किया जाए जिससे किसान दोगुने मूल्यों पर अपने फसलों को मंडियों में बेच सकें तथा फसलों की कटाई के बाद पराली को सही तरीके से प्रबंधन करें पराली को जलाने का काम न करे। किसानों को इस बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
किसानों को खेती संबंधित आधुनिक तकनीकियों की जानकारी और सरकार की तरफ से चलाई जा रही खेती-किसानी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश भर में किसान पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की तरफ से “द मिलियन फारमर्स स्कूल” नाम से नया कार्यक्रम शुरू किया गया है।
किसानों को जानकारी देते कृषि निदेशक विवेक कुमार ने
कीट व रोगों के रोकथाम के लिए गर्मी की गहरी जुताई, भूमि शोधन, बीजशोधन के जैव फफूंदनाशकों से करने की विधि पांच प्रतिशत नीम सीड कर्नल एक्सट्रेड दवा बनाने की विधि वनस्पतियां जैसे नीम पत्ती धतूरा पत्ती, मदार पत्ती, और कनेर की पत्तियों से विभिन्न कीटों के रोकथाम के लिए दवा बनाने की विधि के बारे में विस्तृत जानकारी दी।गोमूत्र व गोबर से बनने वाले दवाइयों की जानकारी देते हुए अमृत पानी, बीज अमृत, पंच गव्य एवं मटका खाद बनाने की विधि की जानकारी दी। किसान खेत पाठशाला में आए किसान पाठशाला के जरिये बहुत नई जानकारियां मिली बिना किसी रसायन का प्रयोग किए रोग व कीटों से छुटकारा पा सकते हैं।”द मिलियन फारमर्स स्कूल का मुख्य मकसद है कि किसान आधुनिक तकनीकों को सीखकर अच्छी खेती करके अपनी आय को बढ़ा सके। सरकार प्रयास कर रही है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो सके।