बरेली। कोरोना के प्रकोप के साथ लंबे समय से चल रहे राजनीतिक विरोध और विवाद के बीच मंगलवार को पहले दिन जेईई मेंस की परीक्षा जिले के एक मात्र केंद्र पर श्री सिद्धि विनायक इंस्टीट्यूट शुरू हुई। जिले के एकमात्र केंद्र श्री सिद्धि विनायक इंस्टीट्यूट पर सुबह छह बजे से ही परीक्षार्थियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। परीक्षार्थियों के अभिभावकों को केंद्र से लगभग 100 मीटर पहले ही रोक दिया गया। किसी भी वाहन को परीक्षा केंद्र तक नहीं आने दिया गया। पहली शिफ्ट की परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक हुई। 8:30 बजे तक ही परीक्षार्थियों को एंट्री दी गई। सभी परीक्षार्थी मास्क लगा कर आए थे। परीक्षार्थियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सड़क पर पहले से ही निशान बना दिए गए थे। इस पर ही परीक्षार्थी खड़े हुए। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया। इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा। तीन बजे से छह बजे तक दूसरी शिफ्ट की परीक्षा हुई। दूसरी शिफ्ट के छात्रों को लगभग एक बजे से बुलाया गया है। उनको 2:30 बजे के बाद एंट्री नहीं दी गयी। परीक्षा केंद्र पर पहुंचने वाले बच्चों के चेहरे पर परीक्षा के साथ कोरोना का डर भी साफ दिख रहा था। छात्रों की आपस में अमूमन दिखने वाली चुहलबाजी तो गायब थी ही, सवालों का जवाब ठीक करने की सलाह देने की जगह अभिभावक भी उनसे सोशल डिस्टेंसिग, मॉस्क लगाने, हाथ सेनीटाइज करने की बात करते रहे। हालांकि, पहली पाली की परीक्षा देकर बाहर निकले बच्चों ने प्रश्न पत्र को आसान बताया और अपने प्रदर्शन पर खुशी भी जाहिर की। 6 सितंबर तक रोजाना लगभग 600 परीक्षार्थी बरेली में परीक्षा देंगे। परीक्षा के पहले दिन छात्र संतुष्ट दिखे।।
बरेली से कपिल यादव