आजमगढ़- जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में तहसील सगड़ी विकास खण्ड अजमतगढ़ के सभागार में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव तथा लेखपाल के साथ विकास कार्यक्रमों की कार्यशाला सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने बताया कि मनरेगा योजना के अन्तर्गत व्यक्तिगत लाभार्थी पर मनरेगा की धनराशि सिर्फ एक प्रतिशत खर्च हो रहा है, जबकि तेलंगाना एवं केरला जैसे राज्यों में मनरेगा के अन्तर्गत व्यक्तिगत लाभार्थियों पर मनरेगा की धनराशि 100 प्रतिशत खर्च हो रही है।
उन्होने ग्राम प्रधानों से कहा कि अपने ग्रामों में महिलाओं को आजीविका मिशन के अन्तर्गत महिलाओं को समूह से जोड़ें तथा उनको रिवाल्विंग फण्ड उपलब्ध करायें और उनका बैंक से लिंकेज करायें तथा उनको व्यवसाय से जोड़ें। उन्होने महिला प्रधानों को निर्देश दिये कि महिला से संबंधित योजनाओं का लाभ महिलाओं को शत प्रतिशत दिलाना सुनिश्चित करें।उन्होने कहा कि आज कल जिस तरह प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण हो रहा है, इस समय हमें प्राकृतिक संसाधनों को बचाने की आवश्यकता है, हम लोगों का यह दायित्व बनता है कि जिस तरह हम अपने व्यक्तिगत सम्पत्ति को बचाने के लिए जागृत रहते हैं उसी प्रकार सार्वजनिक सम्पत्ति को बचाने के लिए भी जागृत रहें। हम सभी लोगों को अपनी चेतना का विकास करने की आवश्यकता है। उन्होने ग्राम प्रधान,लेखपालों से कहा कि आज के समय में पानी की भयावह स्थिति है, तथा जिसे तेजी से पानी का जल स्तर नीचे जा रहा है, ऐसी स्थिति में हम लोगों को जल संरक्षण को भी युद्ध स्तर पर रोकने की जरूरत है।
जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधानों से कहा कि अपने ग्रामों में गांव के लोगों को मनरेगा के अन्तर्गत लाभान्वित करायें। उन्होने बताया कि 06 पशुओं को रखने हेतु शेड का निर्माण, तरल प्रबंधन, वर्मी कम्पोस्ट, किसानों को खुद के जमीन पर पेड़ लगाने और गड्ढ़ा खोदने और उसका संरक्षण आदि का कार्य मनरेगा से कराया जा सकता है। किसान अपने खेतों में नर्सरी भी मनरेगा के अन्तर्गत लगा सकते हैं।
जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान व लेखपाल को निर्देश दिये कि गांवों में पात्र व्यक्तियों का चिन्हांकन करें और उन पात्र लाभार्थियों को एक साथ सरकार द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं (प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत, पात्र गृहस्थी, मनरेगा आदि) का लाभ दिलायें।जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधानो से कहा कि अपने ग्राम के अन्त्योदय कार्ड धारक को आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत लाभान्वित करायें। उन्होने यह भी बताया कि जिनका नाम सेक सूची में नही है, यदि वह व्यक्ति आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत पात्र है तो उसका एनएनएम के द्वारा आनलाईन फार्म भरकर योजना का लाभ लिया जा सकता है। इसी के साथ ही उन्होने यह भी कहा कि जो लाभार्थी प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत लाभान्वित है, उसको भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल सकता है।
जिलाधिकारी ने सभी ग्राम प्रधानों को बताया कि कोई भी व्यक्ति जो मनरेगा के अन्दर 90 दिन कार्य कर लेता है तो वह व्यक्ति श्रम विभाग में भी पंजीकरण कराने के लिए पात्र होगा, यदि वह श्रम विभाग में पंजीकरण कराता है तो वह श्रम विभाग द्वारा संचालित 17 योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकता है। उन्होने कहा कि व्यक्तिगत लाभार्थी को मनरेगा, एनआरएलएम से जोड़ कर उसे लाभान्वित करें, जिससे उस व्यक्ति की प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हो सके, तो वह अपने जीवन में सुधार कर सकता है।
जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधानों से अपील किया कि अपने ग्रामों के लोगों को जैविक खेती करने पर बल दें, और कम से कम खाद, कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करें, जिससे हम आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध अनाज उपलब्ध करा सकें तथा जैविक खेती से भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी।जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान व लेखपाल को निर्देश दिये कि भूमि विवाद, आबादी, विकास से संबंधित आदि समस्याओं का वर्गीकरण करें और उसके अनुसार आपस में समन्वय बनाकर समस्याओं का निस्तारण करें। उन्होने सभी से अपील किया कि ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगायें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डी0एस0 उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी रवि शंकर राय, डीसी मनरेगा बीबी सिंह, डीसी एनआरएलएम बीके मोहन, बीडीओ अजमतगढ़, ब्लाक प्रमुख वंदना सिंह सहित ग्राम प्रधान, लेखपाल आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़