बरेली। चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस से दुनिया लड़ रही है। दुनिया के कई देशों के साथ चीन के संबंध खराब हो गए हैं, जबकि भारत के साथ भी चीन का राजनीतिक तनाव भी बढ़ गया है। मंगलवार को लद्दाख की गलवन घाटी में चीन के साथ आमना-सामना हुआ, जहां काफी संख्या में भारतीय सैनिक शहीद हो गए। सर्वधर्म सेवा समिति के कार्यालय पर गलवन घाटी पर शहीद हुए सैनिकों को दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सभी ने चीनी सैनिकों की भर्त्सना की। देश के सैनिक की शहादत को लेकर कहा है कि उनका बलिदान भुलाया नहीं जाएगा। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक सचिव प्रवीण उपाध्याय, अध्यक्षा डॉक्टर बीना जायसवाल, संरक्षक योगेश जायसवाल, ज्ञानेश साहू, अमित मिश्रा, मोहम्मद शानू, मनोज रस्तोगी, कल्पना उपाध्याय, उपाध्यक्ष मनीषा गुप्ता, मंडल अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल, अवधेश शर्मा, सत्या सिंह रियांश, शंकर सिंह आदि लोग मौजूद रहे। इसके अलावा समाज सेवा मंच की ओर से कुतुबखाने पर चीन के झंडे जलाए गए और चीनी मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। मंच के अध्यक्ष नदीम शमसी द्वारा प्रधानमंत्री से अपील की गई कि देश के नागरिक आपके साथ हैं चीन द्वारा हमारे देश के सैनिकों को शहीद किया गया है। यह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समाज सेवा मंच की तरफ से अपील है कि इसका मुंहतोड़ जवाब चीन को देना चाहिए। हम भारतवासी अपने देश के लिए अपने प्राणों की बलि देने के लिए तैयार है। विरोध प्रदर्शन करने वालों में अध्यक्ष नदीम शमसी, लकी सरपाल, राजा सरपाल, एहतेशाम, मिलन शर्मा, मुजाहिद इस्लाम, नावेद खा, तरन चड्डा, सूरजपाल, अमित सरपाल, दीपक अग्रवाल, रजत, मुनीर, जगजीत सिंह आदि रहे।।
बरेली से कपिल यादव