फतेहपुर-प्रदेश में योगी सरकार के बनने के बाद भले ही सड़कों को गढ्ढा मुक्त किये जाने का फरमान जारी किया गया हो और कुछ सड़के गड्ढा मुक्त हो गई हों। लेकिन जिले के अफसरो को सीएम के आदेश को शायद कोई मायने नही समझ रहा, जनपद की अधिकांश सड़के बदहाल स्थिति में है तो वही नऊवा बाग से राधा नगर को जाने वाली सड़क ओवर लोड वाहनों के कारण सदर तहसील के निकट जानलेवा गढ्ढे में तब्दील हो चुकी है जिसमे शायद कोई दिन ऐसा नहीं बीतता होगा कि जब मोरंग,गिट्टी या पत्थर लदे वाहन न फंसते हो वही इन जानलेवा गढ्ढो में फंसकर अक्सर राहगीर चोटहिल होते हैं और छोटे वाहन चालक हादसों का शिकार हो जातेे है। स्थानीय लोगों की माने तो मरम्मत के नाम पर लोकनिर्माण विभाग द्वारा केवल खेल किया जाता है गड्हों को ईट मिट्टी से भर कर कागजों में मरम्मत के बजट का बंदरबांट कर दिया जाता है। मिटटी व ईंटो से भरे गढ्ढे के ऊपर से वाहनों के निरन्तर गुजरने से धूल ही धूल दिखाई देती है जिससे आसपास के लोगो का जीना दुश्वार हो जाता है और सड़क पर फिर से गड्ढे दिखाई देने लगते है। लोग इस सड़क को हादसों व जानलेवा सड़क तक कहने से नही हिचकते। जनपद की सड़कों की हालत से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीएम प्रदेश की सड़कों को गढ्ढा मुक्त किये जाने की बात भले ही की जा रही है लेकिन सरकार का यह दावा जनपद के लिये खोखला साबित हो रहा है।