मामला मिर्ज़ापुर के हालिया थाना क्षेत्र के ड्रमंडगंज चौकी का है।घटना 29 अप्रैल की रात 9 बजे की है ।पीड़ित के परिवार के सदस्य लवकुश केशरी जो ग्राम प्रधान भी है लवकुश का कहना है कि उस रात 9 बजे अनूप केशरी ,गुड्डू केशरी,व बबलू केशरी अपने घर से कुछ दूरी पर खड़े थे तभी अचानक एक टोयोटा कंपनी की गाड़ी में 5 लोग बैठे थे और 2 बंदूक उनके साथ थी उन लोगो ने पूछा हालिया जाने का रास्ता तो इन लोगो ने कहा कि हमे नही पता इतने में अरुण सिंह जी गाली देकर बंदूक दिखाने लगे तब वहां से भागकर ये तीनो लड़के अपने घर आ गए और वहां पर गाड़ी रोकवा कर पूछने लगे कि बंदूक क्यो दिखा रहे हो धीरे धीरे विवाद बढ़ता गया और मारपीट में तब्दील हो गयी लवकुश ने बताया कि मोबाइल फल वाले के पास से मिली जो हम स्वयं उनको वापस किये है और सोने की चैन के बारे में नही जानता पहने थे कि नही लेकिन ये पांचो लोग नशे की हालत में थे।उधर विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष रामचंद्र शुक्ल ने बताया कि यह मुकदमा बिल्कुल फर्जी है बिना किसी जांच के पुलिस विभाग द्वारा केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल व अपना दल (S) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल के दबाव में यह मुकदमा दर्ज किया गया और निर्दोष चौकी प्रभारी व कांस्टेबल को निलंबित किया गया।इस फर्जी मुकदमे को जब तक वापस नही लिया जाएगा तब तक हम आंदोलन करेंगे ।
रिपोर्ट -बृजेन्द्र दुबे मीरजापुर