वाराणसी -रोहनिया में किसान
अपने हक़ की लड़ाई के लिए मुंबई में किसानों द्वारा हुए पैदल मार्च की तरह मंगलवार को जिले के राजातालाब तहसील के सामने पूर्वांचल किसान यूनियन के बैनर तले किसान संसद और महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में पूर्वांचल के कई जिलों से आये किसानो, मजदूरों और बेरोजगारों ने अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया।
अपने हक़ की लड़ाई के लिए किसानो ने मंगलवार को एकजुट होकर शहर की सीमा के बाहर स्थित राजातालाब तहसील के सामने अपने हक़ की बात उठाई। इस दौरान किसानो ने सभी को एकजुट करने की बात कही। हाल ही में मुंबई में किसानो के आन्दोलन को देखते हुए आयोजित हुए इस महापंचायत में हजारों की संख्या में किसान, मजदूर और बेरोजगार पहुंचे थे।
इस किसान महापंचायत में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए सामाजिक कार्यकर्त्ता शैलेन्द्र ने कहा कि दुनिया में कोई ऐसा कारखाना नहीं बना है जो फसल पैदा कर सके। अनाज उगाना है तो खेतों की तरफ देखना पड़ेगा और खेतो में काम किसान करता है जो कि आज बदहाल है। वर्तमान सरकार किसान विरोधी होने के साथ साथ मजदूर व नौजवान विरोधी भी है। सभी सरकारों की वजह से ही आज आम जनता का ये हाल है। लोगों को दो वक्त की रोटी के लिए भी दर दर भटकना पड़ रहा है।
सभा को संबोधित करते हुए जन आंदोलनों के राष्ट्रिय समन्वय के अरविन्द मूर्ति ने कहा कि आज देश भर में किसान और नौजवान आक्रोशित हैं। नौजवान और किसान आगामी चुनाव में वर्तमान जन विरोधी और किसान विरोधी सरकार को उखाड़ फेकने में जरा सा भी संकोच नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आज देश में भय का माहौल है ऐसा पहले कभी नहीं रहा। लोगों को एक दूसरे के प्रति डराकर ये सरकार आपस में लड़वाने का कार्य कर रही है।
किसान संसद को संबोधित करते हुए पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगिराज पटेल ने कहा कि आज का नौजवान सरकार द्वारा किये गए रोजगार के वादे को भूला नहीं है। जगह जगह से ये आवाज उठ रही है और जो कि वर्तमान सरकार द्वारा किये गए बड़े बड़े वादे का पोल खोल रहे है। उन्होंने कहा कि सबका पेट भरने वाला किसान आज आत्महत्या को मजबूर है, जबकि उसके द्वारा पैदा किये गए अनाज को बेचकर दुकानदार करोड़ पति बनते जा रहे है।
इस मौके पर किसान यूनियन के संरक्षक डॉ महेंद्र पटेल ने कहा कि मजदूर बदहाल है, नौजवान जो कि लाखों रुपये खर्च कर मेहनत से पढ़ाई कर रहे है आज की सरकार उनको रोजगार देने के बजाय उनको पकौड़ा तलने की सलाह दे रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिये सब्जी संरक्षण गृह तथा फ़ूड प्रोसेसिंग सिस्टम बनाया जाये जिससे किसानों की आय बढ़ाने में सहायता मिल सके।
इस किसान संसद और महापंचायत में मुख्य रूप से अनूप श्रमिक, एस.पी.राय, सोमनाथ त्रिपाठी, राजकुमार गुप्ता, हरीशचंद्र, अशोक, माणिकलाल, दिनेश, रेनू, श्रद्धा, जागृति राही, अनवर, मुकेश प्रधान आदि लोगों ने अपना विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सञ्चालन यूनियन के प्रवक्ता महेंद्र राठौर ने किया।
रिपोर्ट-:महेश पाण्डेय ब्यूरो चीफ वाराणसी मण्डल