बरेली। पंजाब मे किसान आंदोलन के चलते रेल संचालन पूरी तरह से बाधित है। ट्रेनों को अंबाला-चंडीगढ़ से डायवर्ट कर चलाया जा रहा है। इसकी वजह से ट्रेनें कई-कई घंटा लेट हो रही है। यात्रियों को ट्रेनों के इंतजार में 13-13 घंटा देरी से पहुंची। ऐसे में यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा। एक तो तेज धूप और लू चल रही थी। दूसरे ट्रेनों का घंटों लेट आना। अब तो एसी वेटिंग हाल मे भी जगह कम पड़ रही है। शुक्रवार को 10-12 ट्रेन प्रभावित थी। रेल अधिकारियों का कहना है किकिसान आंदोलन के चलते 10वें दिन शुक्रवार को भी यात्रियों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। ट्रेनें अपने तय समय से 13-13 घंटे तक लेट पहुंचीं। (12332) हिमगिरि एक्सप्रेस 5.45 घंटे देरी से शाम को 17.25 बजे बरेली जंक्शन आई। (13152) सियालदह एक्सप्रेस 8 घंटे तक लेट चली। (13308) गंगा सतलुज का तो बहुत ही बुरा हाल रहा। यह सुबह 5.32 बजे न आकर 13 घंटे देरी से शाम को 18.32 बजे पहुंची। (15910) अवध असम एक्सप्रेस भी 1.10 घंटा देरी से जंक्शन पहुंची। 12203 गरीबरथ एक्सप्रेस भी 9.55 घंटा लेट रही। ऐसे में यात्रियों को ट्रेनों के इंतजार में घंटों बरेली जंक्शन पर बिताने पड़े। लू से बेहाल यात्री प्लेटफार्मों पर ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे। एसी वेटिंग हाल मे भी जगह नही थी। 30 रुपये प्रतिघंटा के हिसाब से यात्री किराया देकर वेटिंग हाल में बैठे थे। साधारण वेटिंग हाल में जगह नही थी। वही टिकट विंडो आरक्षण बिल्डिंग मे भी तमाम यात्री इधर-उधर लेटे हुए ट्रेनों के आने का इंतजार कर रहे थे।।
बरेली से कपिल यादव