बरेली। उप डाकघर सुर्खा-बानखाना में एजेंट रहते इंदिरा जौहरी ने खाताधारकों से करोड़ों रुपये की ठगी की थी। उनकी आत्महत्या के बाद जब खाता धारक उप डाकघर पहुंचे तो मामला प्रकाश में आया। आरोप है कि उन्होंने खाता धारकों की रकम से अपने दो बेटों और बहू के नाम पर करोड़ों की संपत्ति बनाई। इस मामले में प्रेमनगर पुलिस ने एजेंट के बेटों और बहू के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। किला क्षेत्र के गुद्दड़बाग डी मास्टरान गली निवासी सत्येंद्र जैन और कर्मचारीनगर निवासी मीना सक्सेना ने एडीजी को शिकायती पत्र दिया कि प्रेमनगर के मोहल्ला चाहवाई निवासी इंदिरा जौहरी 40 साल से पोस्ट ऑफिस में एजेंट थी। उन पर लोगों को काफी भरोसा था इसलिए उनके जरिये खाते खुलवाकर काफी रुपये जमा कराने को दिए। 24 मार्च 2025 को इंदिरा जौहरी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद लोग उप डाकघर पहुंचे तो पता चला कि रुपये जमा ही नही किए गए। इंदिरा जौहरी ने करीब 250 लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। इसमें उनके बेटे ईशान, सुंदरम और पुत्रवधू कायनात सैफी उर्फ कायनात जौहरी भी शामिल है। एडीजी के आदेश पर इज्जतनगर पुलिस ने ईशान, सुंदरम और कायनात पर रिपोर्ट दर्ज की है।।
बरेली से कपिल यादव