बरेली। कुतुबखाना चौराहे पर करीब सौ करोड़ रुपये की लागत से 1600 मीटर लंबे ओवरब्रिज निर्माण के लिए जिस तेजी से सेतु निगम लगा है। उसी तेजी से ओवरब्रिज के विरोध में व्यापारी उतर रहे हैं। ओवरब्रिज का व्यापारियों ने खुलकर विरोध जारी है। वार को विरोध की रणनीति बनाने के लिए व्यापारी सेवा संघ के पदाधिकारियों ने बैठक की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए गगन पाहवा ने कहा कि पुल बनने की दहशत के चलते व्यापारी अपना कारोबार ठीक से नहीं कर पा रहे है। पुल बनने की खबर से बाजार में अभी से ग्राहकों का आना कम हो गया है। पुल बन गया तो हालात और ज्यादा खराब हो जाएंगे। कुछ व्यापारी तो पुल बनने की खबर से ही दुकान बेच कर कहीं और दुकान लेने की सोच रहे है। सभी व्यापारियों का एक ही मत है कि कुतुबखाना पर पुल नहीं बनना चाहिए अगर जरूरी है तो अंडरपास का निर्माण होना चाहिए। गुरुवार को बाजार बंद होने के बावजूद भी व्यापारियों ने बैठक की। बैठक कर कहा कि पूर्व महापौर भी व्यापारियों का व्यापार को चौपट कराना चाहते है तभी पुल बनाने का समर्थन कर रहे है। व्यापारियों ने कहा कि पूर्व महापौर व्यापारी विरोधी है। स्मार्ट सिटी के तहत कुतुबखाना चौराहा पर पुल बनाना है जिससे वहां लगने वाले जाम से निजात मिल सके। ओवरब्रिज बनाने के लिए कमिश्नर ने सर्वे करने का निर्देश दिया है लेकिन इसका विरोध यहां के स्थानीय व्यापारी कर रहे है। व्यापारियों को लग रहा है कि इससे उनका व्यापार चौपट हो जाएगा। वहीं दूसरी तरफ व्यापारियो के पक्ष में महापौर डॉ उमेश गौतम भी खड़े हो गए। इस मौके पर समाजसेवी नदीम शमसी, दीपक अग्रवाल, गगन पाहवा, नरेश, सरपाल, मनोज, जितेंद्र, मोनी, शिवी, रईस भाई, कमल जोहरी, बबलू, नवनीत, जीशान आदि व्यापारी मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव