उत्तराखंड:7वीं के छात्र ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र,दी जन्मदिन की वधाई साथ ही बताई समस्याएं

*उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जी काे लिखी चिठ्ठी ,दी जन्मदिन की बधाई

*लिखी अपनाे एवं अपने स्कूल व गाँव की ज्वलंत समस्या .

पौड़ी गढ़वाल – मुख्यमंत्री ताऊ जी जन्मदिन की बधाई। आप का जीवन सुखी हो। ताऊ जी मै सुबोध ध्यानी रिखणीखाल ब्लॉक के अंतर्गत कांडा स्कूल कक्षा 07 का छात्र हूँ। मेरा मूल गाँव ग्राम तैडिया है। यह गाँव सीमांत है और चारों तरफ से टाईगर रिजर्व पार्क से जुड़ा है। हमारे लिए बाजार स्कूल बैंक पोस्ट ऑफिस हर सुबिधा 10km दूर है। ताऊ जी हम लोग बिगत 32 साल से विस्थापन की मांग कर रहे है। मेरे गाँव के जिन लोगों के पास पैसा था वो गाँव छोड़ चुके है। अब गाँव में असहाय व गरीब लोग है। हम शाम को 5 बजे घर के अंदर छुप जाते है। शाम होते ही हम लोग डरते है। हर रोज जंगली जानवरो का डर लगा रहता है। घरों में जानवर घुस जाते है। कोई भी व्यक्ति अकेला गाँव से बाहर नही निकल सकता है। ताऊ जी मैं और मेरी छोटी बहिन कुसुम ध्यानी कांडा स्कूल में पढ़ते है। मेरी बहिन कक्षा ०४ की छात्रा है। मगर दुर्भाग्य है कि बिगत २ साल से प्राथमिक विद्यालय टूटा हुआ है। मेरी बहिन व अन्य बच्चे आंगन में पढ़ने को मजबूर है। बरसात के दिनों में स्कूल बंद करनी पड़ती है। ताऊ जी सन् १९६४ में स्थापित व सन् १९६८ में निर्मित रिखणीखाल प्रखंड के ग्रामसभा कांडा के प्राथमिक विद्यालय का मूल भवन जिसे ग्रामीणों ने श्रमदान कर स्वयं बनाया वह अंदर से तो ढहा ही था मगर २ साल पहले एकतरफ ढह गया है..

मुख्यमंत्री ताऊ जी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या २७ है जिस में से २ बच्चे किसी अन्य गांव से पढ़ने आते है शिक्षा का स्तर अच्छा होने की वजह से बगल गाँव से बच्चे कांडा स्कूल का रुख करते है। मुख्यमंत्री ताऊ जी बिगत वर्ष एक बालिका राष्ट्रीय स्तर पर भी चयनित हो चुकी है व इस वर्ष एक बालक राष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ताऊ जी वहीं पर विद्यालय के अतिरिक्त कक्ष में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र को भी खतरा हो चुका है ..नोनिहालों को ग्रामीणों से आंगनबाड़ी भेजना बंद कर दिया है। सितंबर माह सन् २०१० की तबाही के दौरान इस भवन में जंगल से बरसाती पानी के साथ मलबा घुस चुका था तबसे जीर्ण हुये इस भवन से अलग आइ ऑफ द टाइगर द्वारा बने टपकते भवन पर किसी तरह कक्षा संचालन का कार्य चल रहा है ..ताऊ जी बिद्यालय के संचालक श्री दिनेश बिष्ट जी भी बड़े परेशान रहते है। दिनभर बच्चों कोई कभी इधर बैठाते है कभी उधर। मुख्यमंत्री ताऊ जी हर महीने कोई न कोई नेता आता है हमारी। समस्या सुनता है टीचर जी से मिलता है मगर कोई समाधान नही निकल रहा है। ताऊ जी यही हाल रहा तो हम गरीब लोग कहाँ जाएंगे। गाँव से दूर इस स्कूल में भी शिक्षा सही से नही चल रही है। गरीबी में शिक्षा का आधार कैसे मजबूत होगा।

आप से अछे पहल की उम्मीद है। हम न अपना गाँव छोड़ना चाहते है न ही शिक्षा छोड़ सकते है।

सुबोध ध्यानी
कक्षा-07
कांडा स्कूल रिखणीखाल

– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट

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