राजस्थान/सादड़ी- जीवन में अभिरुचि का महत्व है अभिरुचियों के विकास से जीवन कौशल का विकास होता है अतः बालकों को अपनी दिनचर्या में अभिरुचि को सम्मिलित कर जीवन महकाना चाहिए उक्त उदगार प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने स्थानीय अम्बेडकर नगर में सेवा भारती के तत्वावधान में आयोजित बाल अभिरुचि शिविर के समापन समारोह में व्यक्त किए।
माली ने कहा कि अभिरुचि व्यक्तित्व का दर्पण है अभिरुचि से व्यक्तित्व को जाना जा सकता है। समापन समारोह के मुख्य अतिथि युवा समाज सेवी पप्पू परमार ने सेवा भारती के कार्य की भूरि भूरि प्रशंसा की तथा युवाओं से समाज सेवा करने का आह्वान किया।गौरक्षक सेवा दल छत्तीस कौम के हीरालाल मेवाड़ा ने सेवा का महत्व बताया व राष्ट्र की सेवा पर बल दिया। समारोह की अध्यक्षता विमल त्रिवेदी ने की।
भारत माता पूजन से प्रारम्भ हुए समापन समारोह में सर्व प्रथम सेवा भारती के जिला मंत्री मोहनलाल सोलंकी ने सेवा भारती की जानकारी दी। अरविंद परमार ने शिविर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर बाल अभिरुचि शिविर के शिविरार्थियों ने पूजा व प्रिया दीदी के निर्देशन मेंभव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। शिविरार्थियों को सेवा भारती द्वारा उपहार दिए गए। पूजा दीदी ने आभार व्यक्त किया।मंच संचालन मोहन लाल सोलंकी ने किया।इस अवसर पर नारायण लाल, घीसुलाल,तौलाराम, दिनेश समेत कई प्रबुद्ध जन, अभिभावक व सेवा भारती के कार्य कर्ता उपस्थित रहे। समापन समारोह के अवसर पर विजय सिंह माली के आहृवान पर गौरक्षा सेवा दल छत्तीस कौम ने एक बाल संस्कार केन्द्र गोद लेने की घोषणा की।
उल्लेखनीय है कि 4जून से प्रारम्भ हुए इस पांच दिवसीय शिविर में शिविरार्थियों को विभिन्न अभिरुचियों को सिखाया गया व प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
– पत्रकार दिनेश लूणिया