वाराणसी/पिंडरा- वाराणसी से सुल्तानपुर तक बन रहे फोर लेन बाईपास पर रामपुर गांव में चेतावनी के बाद भी अतिक्रमण न हटाने पर सोमवार को एसडीएम पिंडरा पुलिस बल के साथ अतिक्रमण को हटाया। इस दौरान मकान पर चढ़ कर विरोध कर रहे युवक के छत से गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गया। जिससे मौके पर अफरातफरी मच गई।
बताया है कि सुबह 10 बजे रामपुर गांव के पास रामदुलार जायसवाल ने अपने मकान व जमीन को मुआवजा न मिलने की बात को लेकर निर्माण कार्य रोक दिया था। जिसपर प्रशासन द्वारा उक्त जमीन ग्राम समाज बंजर व भूदान की होने की बात कहते हुए मुआवजा देने से इनकार कर दिया था।जिसको लेकर पीड़ित अधिकारियों के यहाँ चक्कर लगाता रहा और उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित का कहना था कि उसके पास जमीन के लिखित कागजात है और उसपर मकान बनाकर वर्षो से काबिज है। यही नही पहली बार मुआवजा भी एक करोड़ रुपए से ऊपर का बना था।लेकिन बाद में रोक दिया है। तभी से वह निर्माण कार्य रोक दिया था।आज एसडीएम सिद्धार्थ यादव, सीओ पिण्डरा अनिल राय, इंस्पेक्टर अजय कुमार समेत दर्ज़नो की संख्या में महिला व पुरूष सुरक्षाकर्मी अतिक्रमण हटाने मौके पर पहुचे और जेसीबी मशीन लगाव कर तोड़ दिया। उसी बीच दोपहर में विरोध करने व तोड़फोड़ को रोकने के उद्देश्य छत पर चढ़ गया और उसी बीच छत के नीचे आ गया। जिससे उसके सिर व हाथ पैर में गंभीर चोट आई। युवक को छत से गिरने के बाद एक जेसीबी मशीन रोक दी गई और प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे।लेकिन युवक मनोज जायसवाल 40 वर्ष की हालत स्थिर होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली। वही गंभीर रूप से घायल मनोज को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्राथमिक उपचार के बाद बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर भेज दिया गया।
दूसरी तरफ अतिक्रमण अभियान को प्रशासन जारी रखा और दोपहर तक उक्त जगह पर बने मकान को जमीदोंज कर दिया गया। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था व चल रहे निर्माण कार्य चलने के कारण देर शाम तक भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात रही।
इस बाबत एसडीएम पिंडरा सिद्धार्थ यादव ने बताया कि कुछ जमीन उसमें बंजर थी कुछ संक्रमणीय थी। संक्रमणीय भूमि का भुगतान कर दिया गया है। शेष जमीन पर से नाम खारिज कर दिया गया है। वही युवक के विरोध के दौरान गिरने की बात को सिरे से नकार दिया।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय नेशनल हेड(AV News)