आगरा- आगरा में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां 9 साल के बच्चे की अपहरण के बाद बेरहमी से हत्या कर दी। हत्यारों ने उसके बाद मासूम के शव को जंगल में दफना दिया। वारदात के 26 दिन बाद गुरुवार को पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर जंगल से शव को बरामद कर लिया गया। इस वारदात में पुलिस की सुस्ती भी बड़ी वजह रही है।
आगरा के इरादत नगर के गांव हज्जूपुरा निवासी किराना व्यापारी गब्बर सिंह के नौ साल के बेटे कुलदीप का 23 जनवरी को अपहरण हो गया था। कुलदीप कक्षा एक में पढ़ता था। दोपहर में बच्चों के साथ खेल रहा था। इसके बाद वो लापता हो गया था। घरवालों ने काफी तलाश थी। मगर, कोई सुराग नहीं लगा था। थाना इरादत नगर में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया। इसके बाद से पुलिस और परिजन बच्चे की तलाश में जुटे थे। मगर, उन्हें कोई सफलता नहीं मिली थी।
23 जनवरी से कुलदीप के लापता होने के बाद से परिजन परेशान थे। बच्चे को तलाशने के लिए उन्होंने जनप्रतिनिधियों पर दवाब बनाने के लिए मतदान बहिष्कार का ऐलान भी किया था। गांव वाले भी समर्थन में थे। इसी बीच कुलदीप के पिता ने अपने बेटे की बरामदगी के लिए पांच लाख रुपए के ईनाम की घोषणा कर दी। मामले में फिर नया मोड आया और बच्चे को रिहा करने के लिए फिरौती का लेटर आया। बस यहीं से पुलिस का दिमाग घूम गया। पुलिस ने बिना डाक आए इस लेटर की छानबीन करते हुए इन युवकों तक पहुंच गई। तीनों युवकों को पुलिस ने उठा लिया और पूछताछ कर उनकी निशानदेही पर छात्र का शव बरामद कर लिया।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि 23 जनवरी को कुलदीप का अपहरण कर उसे गांव से करीब दो किमी दूर जंगल में ले गए थे। उन्होंने उस दिन ही मासूम की हत्या कर दी थी। जंगल में गड्ढा खोदकर उसका शव दफना दिया था। इसके बाद उन्होंने मामला ठंडा पड़ने के बाद फिरौती मांगने की योजना बनाई थी। पुलिस को पूछताछ में हत्यारोपियों ने बताया कि छात्र कुलदीप के पिता से वह रंजिश मानते थे। पकड़े गए तीन युवकों में एक ने बताया कि उसकी बहन की शादी में कुलदीप के पिता ने चुगली कर दी थी इसलिए शादी टूट गई। उसे इस बात का गुस्सा था। वहीं, दूसरे युवक ने कुलदीप के पिता पर रुपयों की बेईमानी करने का आरोप लगाया। तीसरे युवक ने खुद की शादी न होने देने का आरोप गया। हत्यारोपियों ने अपनी रंजिश का बदला लेने के लिए मासूम कुलदीप का अपहरण कर उसे मार दिया।
– योगेश पाठक आगरा