नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में टिड्डियों के हमलों, बंगाल और ओडिशा में आए सुपर साइक्लोन अम्फान, कोरोना वायरस समेत कई मुद्दों पर बात की। पीएम मोदी की यह 65वीं ‘मन की बात’ थी। उन्होंने टिड्डियों पर हमले के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि एक छोटा सा जीव कितना बड़ा नुकसान करता है। वहीं, बीते दिनों आए सुपर साइक्लोन अम्फान के बारे में कहा कि पूरा देश वहां के लोगों के साथ खड़ा हुआ है।
पीएम मोदी ने ‘अम्फान’ पर कहा कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान हमने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अम्फान का कहर देखा। तूफान से अनेकों घर तबाह हो गए। किसानों को भी भारी नुकसान हुआ। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लोगों ने जिस हिम्मत और बहादुरी के साथ हालात का सामना किया है – वह प्रशंसनीय है। संकट की इस घड़ी में देश भी हर तरह से वहां के लोगों के साथ खड़ा है।
इसी के साथ उन्होंने कहा कि आपसे मेरा आग्रह है कि कभी समय मिले तो ऐसे व्यक्ति से जरूर बात करियेगा, जिसने ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत अपना इलाज कराया हो। आप देखेंगे कि जब एक गरीब बीमारी से बाहर आता है, तो उसमें गरीबी से लड़ने की भी ताकत नजर आने लगती है।आयुष्मान भारत’ योजना ने गरीबों के पैसे खर्च होने से बचाए हैं मैं ‘आयुष्मान भारत’ के सभी लाभार्थियों के साथ-साथ मरीजों का उपचार करने वाले सभी डॉक्टरों, नर्सों और मेडिकल स्टाफ को भी बधाई देता हूं।
उन्होंने आगे कहा कि देश के कई हिस्से टिड्डियों के हमलों से प्रभावित हुए हैं। टिड्डी दल का हमला कई दिनों तक चलता है। बहुत बड़े क्षेत्र में इसका प्रभाव पड़ता है। केंद्र, राज्य सरकार, कृषि विभाग आदि सभी लोग किसानों की मदद करने के लिए आधुनिक संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं।
मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ जल्द ही आने वाला है। ‘योग’ जैसे-जैसे लोगों के जीवन से जुड़ रहा है लोगों में अपने स्वास्थ्य को लेकर, जागरूकता भी लगातार बढ़ रही है। आयुष मंत्रालय ने ‘My Life, My Yoga’ नाम से अंतरराष्ट्रीय वीडियो ब्लॉग की प्रतियोगिता शुरू की है। भारत ही नहीं, पूरी दुनिया के लोग इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं।
उन्होने कहा कि कि चुनौतियों के बीच मुझे खुशी है , आत्मनिर्भर भारत पर आज देश में व्यापक मंथन शुरू हुआ है। लोगों ने अब इसे अपना अभियान बनाना शुरू किया है। इस मिशन का नेतृत्व देशवासी अपने हाथ में ले रहे हैं। बहुत से लोगों ने तो ये भी बताया है, कि, उन्होंने जो-जो सामान, उनके इलाके में बनाए जाते हैं, उनकी, एक पूरी लिस्ट बना ली है। ये लोग अब इन लोकल प्रोडक्ट को ही खरीद रहे हैं, और वोकल फॉर लोकल को प्रमोट भी कर रहे हैं।
इस संकट की सबसे बड़ी चोट अगर किसी पर पड़ी है तो हमारे गरीब मजदूर, श्रमिक वर्ग पर पड़ी है। उनकी तकलीफ, उनका दर्द, उनकी पीड़ा, शब्दों में नहीं कही जा सकती। हम में से कौन ऐसा होगा जो उनकी और उनके परिवार की तकलीफों को अनुभव न कर रहा हो।
कोरोना एक ऐसी आपदा है जिसका पूरी दुनिया के पास कोई इलाज ही नहीं है। जिसका कोई पहले का अनुभव ही नहीं है तो ऐसे में नई-नई चुनौतियां और उसके कारण परेशानियां हम अनुभव भी कर रहें हैं।इस दौरान पढ़ाई के क्षेत्र में भी कई अलग-अलग इनोवेशन शिक्षकों और छात्रों ने मिलकर किए हैं। ऑनलाइन क्लासेस, वीडियो क्लासेस उसको भी अलग-अलग तरीकों से इनोवेट किया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में चुनौतियां भी भिन्न प्रकार की हैं लेकिन फिर भी हमारे देश में कोरोना उतनी तेजी से नहीं फैल पाया जितना दुनिया के अन्य देशों में फैला। कोरोना से होने वाली मृत्यु दर भी हमारे देश में काफी कम है।