रोहतक/ हरियाणा-आज स्थानीय जाट शिक्षण संस्थाओं में छोटूराम बहुतकनीकी स्टाफ एसोसिएशन द्वारा एक बैठक का आयोजन प्रधान सुखबीर किन्हा की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में 48 लाख रुपए के पीएफ घोटाले में संलिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों खिलाफ जांच रिर्पोट आने के एक महीने बाद भी कार्यवाही न करने के रोषस्वरूप सोमवार 8 अप्रैल को पैन डाऊन स्ट्राइक करने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया।
एसोसिएशन प्रधान सुखबीर किन्हा ने कहा कि संस्था के प्रशासक के ओएसडी के रूप में कार्य कर रहे सुनील दलाल को स्टाफ यूनियन का पैन डाऊन स्ट्राइक का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास करके सौंप दिया था ताकि वो प्रशासक को पहले से दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की देरी से जो स्टाफ व समाज में भारी रोष उत्पन्न हो रहा है, उससे अवगत कराएं।
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह स्टाफ सदस्यों ने इकट्ठे होकर जब ओएसडी से मिले तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि एक सप्ताह में दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हो जाएगी। इसके लिए कानूनी सलाह ले ली गई है और 48 लाख के गबन में लिप्त अधिकारी व कर्मचारी किसी भी रूप में बचेंगे नहीं।
सुखबीर किन्हा ने कहा कि पैन डाऊन स्ट्राईक से विद्यार्थियों की कक्षाएं प्रभावित होंगी। संस्थान में लगभग 500 से 1000 आजीवन सदस्यों के जुड़ने की संभावना है। भ्रष्टाचार के विरोध में इस आन्दोलन को जाट शिक्षण संस्थाओं की तरफ से पूरा सहयोग व साथ का आश्वासन है। अगर प्रशासन ने भ्रष्टाचारियों के कलंक से संस्था को छुटकारा नहीं दिलाया तो अगला कदम भूख हड़ताल का होगा।
उनका कहना था कि 106 साल पुरानी संस्थाएं जो बुजुर्गों, सैनिकों के सहयोग से बनी, उसमें किसी भी रूप में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा। बार-बार छोटूराम बहुतकनीकी के शिक्षाविदों को अपनी कक्षाओं का बहिष्कार करना पड़ रहा है व साथ-साथ 1000 विद्यार्थियों की कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं, उन सबका जिम्मेदार प्रशासन का दोषियों के खिलाफ कार्यवाही न करना है।