वाराणसी/गाजीपुर- गाजीपुर जिले के कठवा मोड़ पुल के समीप हेड कांस्टेबल की हत्या और उपद्रव के मुख्य आरोपी 25 हजार के इनामी अर्जुन कश्यप ने सोमवार को पुलिस को चकमा देकर वाराणसी में रेलवे मजिस्ट्रेट की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अर्जुन पर हाल ही में गाजीपुर एसपी यशवीर सिंह ने 25 हजार का इनाम घोषित किया था और उसके पिता व भाइयों का चालान कर जेल भेजा गया था। बताया जा रहा है कि रेलवे के एक पुराने मामले में अर्जुन ने जमानत तुड़वा कर सरेंडर किया है। बता दें कि एक दिन पहले ही अर्जुन कश्यप के बेटे अभिमन्यु कश्यप को गिरफ्तार किया था। मालूम हो कि हेड कांस्टेबल हत्याकांड में अभी तक पुलिस 33 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। गाजीपुर में बीते 29 दिसंबर को नोनहरा थाने के कठवामोड़ पुल सुहवल थाना क्षेत्र के कालूपुर और करंडा थाने के मानिकपुर में आरक्षण की मांग को लेकर निषाद पार्टी के लोगों ने चक्काजाम कर दिया था। इसी दिन आरटीआई मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा भी थी। सभा समाप्त होने पर करीमुद्दीनपुर थानाध्यक्ष पुलिस कर्मियों के साथ थाने पर लौट रहे थे। कठवामोड़ पुल के पास जाम की वजह से उनका वाहन फंस गया था। पुलिस कर्मी वाहन से उतरकर जाम समाप्त कराने के लिए कार्यकर्ता से बातचीत करने लगे थे। इसी बीच कार्यकर्ताओं ने पथराव शुरू कर दिया था। करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात कांस्टेबल सुरेश प्रताप वत्स को पकड़ लिया था और उसकी जमकर पिटाई कर दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी।इसके बाद हिंसा के मुख्य आरोपी अर्जुन कश्यप ने बयान देकर कहा था कि जो घटना हुई है उसके जिम्मेदार भाजपा के लोग हैं। भाजपा सत्ता में है और उनके ही लोगों ने बवाल कराया था। उसने कहा कि हो सकता है हमारे लोगों ने बाद में पथराव किया हो लेकिन पुलिसकर्मी पर पत्थर नहीं फेंका गया। अगर कानूनी तौर पर मैं मुख्य अपराधी माना जाता हूं तो मैं खुद सरेंडर कर दूंगा।
रिपोर्ट-:प्रदीप दुबे गाजीपुर