बरेली। हापुड़ मे अधिवक्ताओ पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ बीते 30 अगस्त से चल रही प्रदेश व्यापी हड़ताल में आंदोलन को आगे चलाने की रणनीति तैयार करने को सोमवार को सभी अधिवक्ताओ का जनरल हॉउस आयोजित किया गया। सभी अधिवक्ताओ की सहमति से 22 सितंबर तक न्यायिक कार्य का बहिष्कार करने की रणनीति बनी। हापुड़ मे 29 अगस्त को अधिवक्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। पुलिस ने निर्दोष अधिवक्ताओं के पर मुकदमा भी दर्ज कराया था। जिसके बाद उप्र बार काउन्सिल ने हापुड़ कांड के खिलाफ पूरे प्रदेश में न्यायिक कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी थी। बीते 14 सितंबर गुरुवार को उप्र बार काउन्सिल ने हड़ताल वापसी की घोषणा कर दी। हापुड़ बार ने उप्र बार काउन्सिल के हड़ताल वापसी आदेश के खिलाफ बगावत करके दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ ठोस कार्यवाही न होने तक हड़ताल जारी रखने की घोषणा कर अन्य जिलो की बार से समर्थन मांगा। जिस पर बरेली बार सचिव वीपी ध्यानी ने 18 सितंबर तक न्यायिक कार्य से बिरत रहने की घोषणा की थी। जनरल हॉउस मे प्रमुख रूप से बार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उदयवीर सिंह यादव, अरुण सक्सेना, शशिकांत शर्मा, रामाश्रय राजा, शंकर सक्सेना, संजय वर्मा, शेरसिंह गंगवार, काजी जुबैर, शौकत अली, गौरब राठौर, प्रदीप यादव, क्षितिज यादव, अंगन सिंह, अजय मौर्य, अंतरिक्ष सक्सेना समेत तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव